जानिए, किस पेड़ में होता है किस देवी-देवता का वास?

punjabkesari.in Wednesday, Sep 22, 2021 - 02:17 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
सनातन धर्म में कई पेड़-पौधों को खासा महत्व प्राप्त है। तो वहीं इनमें से अनेकों पेड़-पौधों में देवी-देवताओं का माना जाता है। इसके अलावा इन पेड़-पौधों को वास्तु शास्त्र में विशेष स्थान प्राप्त है। तो आइए जानते हैं आज शास्त्रों में बताए गए ऐसे ही कुछ पेड़-पौधों के बारे में जिनकी पूजा के देवी-देवता प्रसन्न होते हैं। कहा जाता है इन पौधों की पूजा करने वाले जातक को कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। परंतु ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस पेड़ में जिस देवी-देवता का वास होता है, उस पेड़ की पूजा करते समय इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए। यहां जानें कौन से पेड़ में होता है किस देवी-देवता का वास-

आंवला, तुलसी और केला
वास्तु के अनुसार आंवला, तुलसी और केले के वृक्ष पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का वास होता है। अतः तुलसी जी पर नियमित रूप से घी का दीपक जलाने से श्री हरि और देवी लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होते हैं वहीं। 

इसके अलावा आवंले के पेड़ का विष्णु जी से संबंध माना जाता है। मान्यता है कि एकादशी के दिन आंवले की पेड़ की पूजा करने से भगवान विष्णु जी प्रसन्न होते हैं। साथ ही साथ केले के वृक्ष की पूजा से बृहस्पतिवार देव प्रसन्न होेते हैं। अतः हर बृहस्पतिवार जल में हल्दी मिलाकर केले के पेड़ पर अर्पित किया जाता है, इससे भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। 

बेल-बरगद का पेड़
बेल और बरगद के पेड़ पर भगवान शिव का वास माना जाता है। इससे जुड़ी मान्यता के अनुसार भगवान शिव की पूजा में नियमित रूप से बेलपत्र शामिल करने से जातक की सभी तरह की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। खासतौर पर प्रत्येक त्रयोदशी पर बरगद के पेड़ की पूजा शुभ होती है। 

शमी का पेड़
प्रत्येक शनिवार को शमी के पेड़ पर सरसों के तेल का दीपक जलाने से घर परिवार की हर मुसीबत टल जाती है साथ ही साथ सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जातक को तमाम तरह की बुरी शक्तियों के प्रभाव से भी राहत मिलती हैै। इसके अलावा भगवान शिव को भी शमी का पत्ता अर्पित किया जाता है। 

कदंब का पेड़
कदंब के पेड़ देवी लक्ष्मी का वास माना गया है। मान्यता है कि कदंब के पेड़ के नीचे बैठकर यज्ञ करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। 

दूब घास
धार्मिक दृष्टि के अनुसार दूब घास गणपति को अधिक प्रिय है, जिसके चलते प्रत्येक बुधवार को दूब घास को हल्दी लगाकर गणेश जी को अर्पित किया जाता हैै। मान्यता है इससे जरूरों कामों में आ रही रुकावटें दूर होती हैं और शुभ लाभ की प्राप्ति होती है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Jyoti

Recommended News

Related News