Niti Gyan: जैसी करनी वैसा फल

punjabkesari.in Monday, Jul 11, 2022 - 10:49 AM (IST)

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किसी गांव में एक वैद्य रहता था। दवा लेने के लिए कई लोग उसके पास आते थे लेकिन उसकी दवा के सेवन से दो-तीन लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद कोई भी व्यक्ति उस वैद्य से इलाज करवाने नहीं आता था।ऐसे में वैद्य को भूखे ही सोना पड़ता था। एक दिन एक गांव में जाने के बाद भी वैद्य को कोई रोगी नहीं मिला तो घर लौटने से पहले वह आराम करने के लिए एक पेड़ की छांव में बैठ गया। उस वृक्ष के कोटर (तने का खोखला भाग) में एक विषैला नाग रहता था। उसे देखकर वैद्य के मन में एक विचार आया कि यह नाग अगर किसी व्यक्ति को काट ले तो संभव है कि इलाज के लिए कोई न कोई रोगी तो मिल ही जाएगा। वैद्य ने देखा कि कुछ ही दूरी पर बच्चे खेल रहे थे।

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वैद्य ने उन बच्चों को बुलाया और कहा कि देखो इस पेड़ के उस कोटर में मैना रहती है। बच्चे खुश हो गए। उन्होंने मैना की चाह में, उस पेड़ पर चढ़कर उस कोटर में हाथ डाल दिया। जिस बच्चे ने उस कोटर में हाथ डाला उसके हाथ में नाग की गर्दन आ गई। बच्चे ने तुरन्त उसे नीचे की ओर  फैंक दिया। नीचे कुछ बच्चों के साथ वैद्य भी खड़ा था। नाग सीधे, उसी वैद्य के ऊपर गिर गया और उसे कई जगहों पर काट लिया जिसके कारण उसकी तुरन्त मृत्यु हो गई। प्रसंग का सार यह है कि जो व्यक्ति जैसी करनी करता है उसे वैसा ही फल भी भुगतना पड़ता है।


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Content Writer

Jyoti

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