Motivational Concept: इज्जदार व्यक्ति को हमेशा निहारा जाता है

punjabkesari.in Wednesday, Oct 27, 2021 - 12:32 PM (IST)

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एक बार एक धनी सेठ भी संत कबीर के दर्शन करने गया। कबीर जी ने बेहद साधारण कुर्ता पहन रखा था जिसे देख कर सेठ ने सोचा कि इतना बड़ा संत और इतने साधारण कपड़े पहने हुए है। सेठ ने संत कबीर को एक कीमती मखमल का कुर्ता भेंट करने का विचार बनाया।

मखमल का कुर्ता एक तरफ से बेहद मुलायम था और दूसरी तरफ से साधारण था। अगले दिन जब संत कबीर जी वह कुर्ता पहन कर आए तो लोगों ने देखा कि संत जी ने कुर्ता उलटा पहना है। प्रवचन खत्म होने पर लोगों ने और उस सेठ ने पूछा कि मैंने आपको इतना कीमती मखमल का कुर्ता भेंट किया और आपने उसे उलटा पहन रखा है।

इस पर कबीर ने जवाब दिया वस्त्र चाहे कीमती हो या सामान्य, चाहे मखमल का हो या सूत का, उसका केवल एक ही काम है हमारे शरीर को ढंकना और हमारी लज्जा को बचाना। वस्त्र का दिखावे से क्या काम और कभी भी वस्त्र दिखावे के लिए नहीं बल्कि इज्जत बचाने के लिए पहनना चाहिए क्योंकि लोग कीमती वस्त्र को कुछ समय निहारते हैं लेकिन एक इज्जतदार व्यक्ति को हमेशा निहारा जाता है। कबीर जी की बात लोगों को समझ आ गई और उन्होंने भी कीमती वस्त्र त्याग कर साधारण वस्त्र पहनने शुरू कर दिए।
 


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Content Writer

Jyoti

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