Ayodhya Ram Mandir Bhoomi Pujan: भारतभारी से है हनुमान जी और श्री राम का गहरा नाता
punjabkesari.in Tuesday, Aug 04, 2020 - 04:30 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
भाद्रपद माह के दूसरे दिन 05 अगस्त को अयोध्या में श्री राम जन्म भूमि पर राम मंदिर के निर्माण की नींव रखी जाएगी। बता दें ये शुभ कार्य देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। खबरों के अनुसार दिल्ली से रवाना होकर लखनऊ होते हुए Pm Modi अयोध्या पहुंचेंगे यहां पहुंचकर Pm Modi हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन करने के बाद राम लल्ला विराजमान के दर्शन कर 12:30 भूमि पूजन करेेंगे। भूमि पूजन की खास बात ये है कि यहां भूमि पूजन का शुभ मुहूर्त केवल 32 सैंकेड का है। 12 बजकर 44 मिनट 08 सैकेंड से लेकर 12 बजकर 44 मिनट 40 सैकेंड के बीच है। तो वहीं इससे भी खास बात ये है, कि कुछ धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ये शुभ समय श्री राम के जन्म का मुहूर्त है। ऐसे में इस समय की विशेषता अधिक बढ़ जाती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस समय पूरी अयोध्या श्री राम मंदिर के निर्माण हेतु होने वाले भूमि पूजन के लिए सजकर तैयार है। इस पल का लगभग हर भारत वासी को बरसों से इंतज़ार हैं। यही कारण है कि लोग इसे लेकप बेहद उत्सुक दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में आपकी उत्सुक्ता को बढ़ाते हुए हम आपको इससे जुड़ी ऐसी बात बताने वाले हैं अयोध्या से जुड़ी खास बात-
कहा जा रहा है कि अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि पूजन के दिन भारतभारी में दिवाली मनाई जाएगी। ऐसी कथाएं प्रचलित हैं कि इस जगह से भगवान राम का खासा रिश्ता है। यही कारण है कि अयोध्या में भूमि पूजन के लिए यहां की मिट्टी भेजी गई है।
बता दें भारतभारी उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर में स्थित है, जिसका वर्णन रामायण में भी पढ़ने-सुनने को मिलता है। मीडिया खी खबरों के अनुसार यहां राम कल यानि राम जन्मभूमि पूजन के दिन दीए जलाए जाएंगे।
ऐसी कथाएं प्रचलित हैं कि त्रेता युग में जब श्री राम और रावण के बीच युद्ध हुआ था तब जब लक्ष्मण जी मूर्छित हो गए थे तो हनुमान जी भारतभारी से हो कर संजीवनी बूटी ले गए थे।
आकाश में हनुमान जी को उड़ते देखकर भरत ने उन्हें दुश्मन समझ उन पर तीर चला दिया था, जिसके बाद हनुमान जी वहां गिर पड़े। बताया जाता है कि आज भी इस जगह पर एक विशालकाय गड्ढा है जो वास्तव में सरोवर के रूप में मौज़ूद है।
शास्त्रों में मिले वर्णन के अनुसार जैसे ही भरत को पता चला था कि हनुमान जी श्री राम के परम भक्त हैं तो उन्होंने वहां शिव मंदिर बनाया। बता दें प्रत्येक कार्तिक पूर्णिमा के दिन.यहां यानि भारतभारी में मेला लगता है।