हनुमानजी के चरणों में स्त्री रूप में बैठे हैं शनिदेव, शनिदोषों से मिलती है मुक्ति

punjabkesari.in Saturday, Mar 18, 2017 - 10:03 AM (IST)

हनुमान भक्तों पर शनिदेव का कभी प्रकोप नहीं होता। माना जाता है कि सारंगपुर का कष्टभंजन हनुमान मंदिर बहुत चमत्कारी है और यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। यदि कुंडली में शनि दोष हो तो कष्टभंजन हनुमान के दर्शन और पूजा-अर्चना करने मात्र से सभी दोष खत्म हो जाते हैं। इसी वजह से इस मंदिर में साल भर भक्तों की भीड़ लगी रहती है।

गुजरात के सारंगपुर में प्राचीन कष्टभंजन हनुमानजी का मंदिर स्थित है। यहां हनुमान जी के चरणों में स्त्री स्वरूप में शनिदेव बैठे हैं। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार एक समय शनिदेव का प्रकोप काफी बढ़ गया था। शनिदेव के कोप से जनता भयंकर कष्टों का सामना कर रही थी। ऐसे में लोगों ने हनुमानजी से प्रार्थना की कि वे उन्हें शनिदेव के कोप को शांत करें। हनुमानजी अपने भक्तों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। भक्तों की पुकार पर हनुमान जी शनिदेव पर क्रोधित हुए। शनिदेव को जब इस बात का पता लगा कि हनुमानजी उन पर क्रोधित हैं अौर उनसे युद्ध करने के लिए आ रहे हैं तो शनिदेव भयभीत हो गए। शनिदेव ने हनुमान जी से बचने के लिए स्त्री रुप धारण कर लिया। शनिदेव को ज्ञात था कि हनुमानजी बाल ब्रह्मचारी हैं अौर वे स्त्रियों पर हाथ नहीं उठाते। जब हनुमान जी शनिदेव के सामने आए तो वे स्त्री रुप में थे। उन्होंने हनुमान जी से क्षमा याचना की अौर भक्तों पर से अपना प्रकोप हटा लिया। कहा जाता है कि तभी से हनुमानजी के भक्तों में शनिदेव की तिरछी दृष्टि का प्रकोप नहीं होता।

कष्टभंजन हनुमानजी के दर्शन करने से शनिदोषों से मुक्ति मिलती है। मंदिर का भवन काफी विशाल है। यह किसी किले की भांति दिखाई देता है। कष्टभंजन हनुमानजी सोने के सिंहासन पर विराजमान हैं अौर उन्हें महाराजाधिराज के नाम से जाना जाता है। हनुमानजी की प्रतिमा के आस-पास वानर सेना है। कहा जाता है कि यहां आने वाले भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। यदि किसी की कुंडली में शनिदोष है तो वह कष्टभंजन हनुमानजी के दर्शनों से दूर हो जाता है। जिसके चलते यहां पूरा वर्ष भक्तों की भीड़ रहती है।  
 


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