चंद्र ग्रहण वाले दिन समाप्त होगा ज्येष्ठ माह, क्या करना होगा लाभदायक

punjabkesari.in Tuesday, May 26, 2020 - 04:56 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
यूं तो हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष में आने वाले हर माह का अपना अलग महत्व है। इन्हीं में से एक ज्येष्ठ माह जिसे का खास महत्व प्रदान है। जो इस बार 05 जून को समाप् होने वाला है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार ये हिंदू पंचांग का तीसरा माह, जिसके बाद आषाढ़ माह की शुरूआत हो जाती है। तो वहीं 25 मई से नौतपा शुरू हो चुका है। कहा जाता है इसके साथ ही गर्मीं अपनी चर्म सीमा पर पहुंच जाती है। ऐसे मेें ज्येष्ठ माह के आखिरी के इन दिनों में क्या करना चाहिए इसके बारे में हर किसी को पता होना चाहिए। तो चलिए जानते हैं ज्येष्ठ माह के इन दिनों में कौन सा काम करके आप पूरे माह का फल प्राप्त कर सकते हैं।  
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जैसे कि हम ने आपको उपरोक्त बताया कि नौतपा के इन 9 दिनों में भीष्ण गर्मी होती है इसलिए इस दौरान जितना संभव हो इस दौरान जल का दान करना चाहिए। क्योंकि अधिक गर्मी की वजह से पानी का काफ़ी समस्या देखने को मिलती है ऐसे में उन लोगों तक पानी ज़रूर पहुंचाना चाहिए, जिन्हें गरीबी की वजह से न तो खाने को खाना मिलता है न ही पीने को पानी मिलता है। ऐसा करने से समस्त प्रकार के देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। 
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घरों की छतों पर या घरों के बाहर पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी ज़रूर रखें।कहा जाता है ज्येष्ठ माह में गर्मी के कारण तमाम छोटे-मोटे नदी-तालाब सूखने लगते हैं जिस वजह से पशु- पक्षियों को पानी नहीं मिल पाता है। धार्मिक किंवदंतियों की मानें तो पक्षियों को दाना-पानी देने से कुंडली के ग्रहों की दशा-दिशा में सुधार आता है। 

यूं तो सूर्य देव को रोज़ाना ही जल अर्पित करना चाहिए, परंतु इस माह में इस शुभ कार्य को करने का अधिक विधान है। इसलिए प्रयास करें ज्येष्ठ माह के बाकि के बचे दिनों में प्रातः सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए। तो वहीं इस महीने में ज़रूरत से अधिक जल का उपयोग नहीं करना चाहिए यानि इसका अपव्यय नहीं करना चाहिए।
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Jyoti

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