भूल से भी गणेश चतुर्थी के दिन न करें ये काम नहीं तो...

punjabkesari.in Saturday, Sep 04, 2021 - 03:38 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होकर 10 दिन तक गणेश उत्सव मनाया जाता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस बार गणेश चतुर्थी 10 सितंबर को पड़ रहा है, जिसके साथ ही गणेश उत्सव की शुरुआत होगी, इसका समापन 19 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन होगा। 

मान्यताओं के अनुसार चतुर्थी के दिन पूरे विधि विधान से बप्पा यानि भगवान गणेश को अपने घर में लाते हैं, और पूरे दस दिनों तक इनकी सेवा, पूजा-अर्चना आदि करते हैं। बताया जाता है इन दस दिनों में अन्य प्रकार के शुभ उपाय व कार्य आदि किए जाते हैं। तो वहीं इस दौरान कुछ कार्य करने अशुभ प्रभाव प्राप्त होते हैं। अतः इन दस दिनों में कुछ कार्य करने से परहेज रखना चाहिए। तो आइए जानते हैं कौन से कार्य नहीं करने चाहिए।

धार्मिक व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नैऋत्य दिशा को चतुर्थी तिथि की दिशा माना जाता है। ये एक खला तिथि है, जो रिक्ता संज्ञक के नाम से भी जानी जाती है। अतः इसमें शुभ व मांगलिक कार्य करने वर्जित माने जाते हैं। इस दौरान केवल व्रत का ही फल प्राप्त होता है। हालांकि अगर चतुर्थी गुरुवार को हो तो मृत्युदा होती है और शनिवार की चतुर्थी सिद्धिदा होती है और चतुर्थी के 'रिक्ता' होने का दोष उस विशेष स्थिति में लगभग समाप्त हो जाता है।

ऐसे में न करें ये कार्य- 
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गणेश चतुर्थी के दिम प्याज, लहसुन, शराब और मांस का सेवन करने से बचना चाहिए। 
गणेश चतुर्थी का दिन अधिक पावन माना जाता है, इसलिए इस दिन शारीरिक संबंध नही बनाने चाहिए। 
इस दिन किसी भी पशु और पक्षी को परेशान या मारना नहीं चाहिए। 
इसके अलावा इस दिन झूठ नहीं बोलना चाहिए, कहा जाता है इससे नौकरी व व्यापार में नुकसान होता है।


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Content Writer

Jyoti

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