Basant Panchami 2021: Exams में चाहते हैं अच्छे नंबर तो...

punjabkesari.in Tuesday, Feb 16, 2021 - 04:29 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
जब भी एग्जॉम्स की बात आती है तो हर विद्यार्थी को अच्छे नंबरों की ललक सताने लगती है। विद्यार्थी चाहे पढ़ाई में ज्यादा अच्छा न भी हो, मगर फिर भी वो इच्छा करता है कि उसकी कामना अनुसार ही उसके नंबर आए। इसके लिए लगभग हर कोई दौगुनी-चौगुनी मेहनत भी करता है। परंत कई बार अधिक मेहनत करने से बाद भी कई छात्र पढ़ाई में कमज़ोर तो रहते ही हैं, साथ ही साथ एग्जॉम में उनके अच्छे नंबर नहीं आते। ऐसे में उनका निराश हो जाना स्वाभाविक होता है। जिसके बाद वो इश सोच में डूब में आ जाते है कि आखिर क्यों उनके साथ ऐसा होता है और कैसे एग्जॉम में अच्छे नंबर प्राप्त किए जा सकें। तो आपको बता दें आज बसंत पंचमी के इस खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं वास्तु शास्त्र में बताए गए उपाय जिन्हें अपनाने के बाद आपको देवी सरस्वती की कृपा से हर तरह की परीक्षा में अच्छे नंबर प्राप्त होंगे।
तो आइए जानते हैं क्या है वो खास उपाय-

वास्तु शास्त्री बताते है कि छात्र को हमेशा पूर्व और उत्तर दिशा में मुंह करके पढ़ना चाहिए। इस दिशा को उत्तम माना जाता है।
स्टडी रूम में कभी भी दीवार पर सटाकर कुर्सी या टेबल न रखें। साथ ही साथ ध्यान दें कि सामने की ओर अधिकाधिक खुलापन अवश्य हों। ऐसा कहा जाता है कि इससे सफलता अध्ययन के दौरान पढ़े गए विषय की ग्राह्यता बढ़ती है।

अक्सर बच्चे अपने पढ़ाई से संबंधित सामान को समेट नहीं रखते जिस कारण उनके दीवन में पढ़ाई से जुड़े वास्तु दोष पैदा हो जाते हैं। इसलिए ध्यान रखें कि कभी भी स्टडी टेबल कॉपी-किताबों से भरा न हों। वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि अस्त व्यस्त और भरी हुई टेबल पर पढ़ने में मन लगने की संभावना कम हो जाती है।

इसके अलावा ध्यान रखें कि किताबों को सेल्फ में, कवर लगाकर रखें। बल्कि संभव हो तो ऐसे सेल्फ बनाएं जिनमें पढ़ी किताबें आने जाने वालों को दिखाई न दें। ऐसा कहा जाता है कि ढेर सारी खुली किताबें मस्तिष्क की ऊर्जा को प्रभावित करती हैं।

वास्तु शास्त्रियों का यह भी मानना है कि अध्ययन कक्ष में प्रकाश की व्यवस्था का संतुलन अवश्य देखें। वास्तु के अनुसार ज्यादा रोशनी स्मरणशक्ति सहायक नहीं होती। तो वहीं अगर ऊर्जा कम हो तो भी पढ़ने में अधिक जोर लगता है। इसलिए सहज ही प्रकाश की व्यवस्था बनाएं।

वास्तु और अन्य धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि पढ़ने का सर्वोत्तम समय ब्रह्म मुहूर्त में होता है। इसलिए विद्यार्थियों को चाहिए कि प्रातः जल्दी उठकर सूर्योदय से पहले की गई पढ़ाई स्मृति में लंबे समय तक रहती है। मगर इस बात का भी खास ध्यान रखें कि अध्ययन को लगातार न करें। वैज्ञानिक के अनुसार 40 मिनट का एक सेशन पर्याप्तह होता है। जिसके ठीक बाद 10 मिनट का ब्रेक जरूर लेना चाहिए।


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Content Writer

Jyoti

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