2021 में होंगी कुछ अच्छी बुरी घटनाएं, जानें क्या कहता है ज्योतिष विज्ञान

punjabkesari.in Tuesday, Feb 09, 2021 - 01:08 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
वर्ष 2021 जिसका राजा मंगल और मंत्री भी मंगल है। जिसका अर्थात यह वर्ष पूरी दुनिया को अच्छी और बुरी घटनाओं से प्रभावित करेगा तथा अप्रिय घटनाएं भी होंगी। कई देशों में तनाव और आपसी टकराव की बमबारी भूंकप पहाड़ों से आपदाएं आती हुई नजर आएंगी, क्योंकि शनि भी अपनी मकर राशि में जो कर्म की राशि है। तो वहीं शनिदेव कर्म और बदलाव के कारक हैं इसलिए इस वर्ष राजनीति में बहुत बदलाव होगें। जिससे सरकारें जनता के रोष का कारण बनेंगी लेकिन जो सच का साथ देगें शनिदेव और मंगल उन्हें अच्छा फ़ल देंगे क्योंकि मकर राशि मंगल की उच्च राशि है।

8 फ़रवरी से शुक्र अस्त होगें जो दोबारा 18 अप्रैल को उदय होंगे। शुक्र भोग-विलास और व्यापार खेती के कारक हैं। इनके अस्त होने से ये सब भी प्रभावित होगें। जिसके बाद अप्रैल में सब समानय होगा। मंगल भूमि जोश और मृत्यु के अधिपति हैं, ज्योतिष गणना के अनुसार इस वर्ष कई देशों में युद्ध की स्थिति और देश में भी टकराव की स्थिति बनेगी।

9 फरवरी को शनि उदय होंगे और 14 फरवरी को बृहस्पति भी उदय होंगे और 13 फरवरी से सूर्य भी कुंभ राशि में होंगे। इस राशि में बैठकर सूर्य शनि पर अपना बल चलाते हैं कयोंकि ये घर शनि और बृहस्पति से प्रभावित है। सूर्य के आने से व बृहस्पति का साथ पाने से शनि पर सूर्य अपना प्रभाव दिखाता है। उसके बाद 21 फरवरी को मंगल अपनी राशि बदल कर वृष राशि में राहु के साथ जाएंगे और बृहस्पति की दृष्टि भी मंगल राहु पर होगी। 

कहा जाता है राहु पर मंगल या शनि की दृष्टि न हो और शनि मंगल से युति भी न हो तो राहु बिगड़ा हाथी बन जाता है, जो चारों और विनाश का कारण बनता है। 13 अप्रैल तक 15 दिन तक कालसर्प योग बना रहेगा क्योंकि 13 अप्रैल से मंगल मिथुन राशि में होंगे तो योग टूट जाएगा। 

तब सूर्य भी अपनी उच्च राशि में होंगे तो देश के लिए शुभ योग बनेंगे। इस वर्ष जिनकी कुंडली में सूर्य शनि या मंगल बुध की युति है वो थोड़ा एहतियात रखें क्योंकि सूर्य शनि की युति से मंगल के फल ख़राब होते हैं जो पिता से और सरकार से मतभेद करवाता है और पुश्तैनी प्रॉपर्टी में विवाद की स्थिति उत्पन्न करता है। जिनकी कुंडली में मंगल बुध की युति हो तो शनि के फल खराब होते हैं जिससे मानसिक पीड़ा गलत संगति का असर चोट आदि का भय कोर्ट कचहरी के चक्कर आदि जैसी स्थिति उत्पन्न होती है।

धनु मकर और कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है तो ये घर निर्माण करते समय भूमि पूजन ज़रूर करवाएं। इस वर्ष कोई भी घर फैक्ट्री का निर्माण करने से पहले उस भूमि में शहद से भरा घड़ा गुड़ चावल चांदी के सर्प ज़रूर दबा दें और भूमि की नींव में चांदी की तार डालना भी बहुत शुभ होता है। 

जिनकी कुंडली में मंगल के साथ बुध और राहु या मंगल नीच होकर पहले चौथे आंठवें और बाहरवें भाव में हो तो वो हर मंगलवार को हनुमान जी को चांदी का व्रक और शहद वाला पान चढ़ाएं और जिनकी कुंडली में शनि की स्थिति अनुकूल नहीं है तो वो शनिवार को अंधों या गरीबों को खाना ख़िलाएं और पीपल के वृक्ष लगवाएं या पीपल के वृक्ष को जल चढ़ाएं, इससे वर्ष भर लाभ होगा।

वास्तु एक्सपर्ट
आशू मल्होत्रा 


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Content Writer

Jyoti

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