यदि नशा करना ही है तो भक्ति का नशा सर्वोत्तम नशा है : भद्रा भारती

punjabkesari.in Monday, Oct 11, 2021 - 03:22 PM (IST)

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कटड़ा (अमित): दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा माता वैष्णों देवी कटड़ा में भगवती श्रीमद् देवी भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।  इस कार्यक्रम का आयोजन नवरात्र महोत्सव कमेटी के द्वारा किया जा रहा है। इस अवसर पर आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी भद्रा भारती जी ने अपने मधुर कंठ में गाते हुए संगत को नाचने पर मजबूर कर दिया। कथा के दौरान समाज में व्याप्त नशे की समस्या के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। 

उन्होंने कहा कि नशा न केवल उस व्यक्ति को प्रभावित करता है जो नशे में ग्रस्त है बल्कि उसके संपर्क में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति व उसके परिवार और समाज पर गलत प्रभाव डालता है। यदि नशा करना ही है तो शास्त्रों में कहा गया है कि भक्ति का नशा सर्वोत्तम नशा है। जिसे करने के पश्चात किसी अन्य संसारी नशे की आवश्यकता ही नहीं रहती है। भगवान शिव सदैव प्रभु के नाम रूपी नशे में मग्न रहते हैं और जब जरूरत पड़ी तब समाज कल्याण हेतु विष का पान कर नीलकंठ बन जाते हैं। ऐसा करके उन्होंने मानव समाज को यह प्रेरणा दी हैं कि समाज कल्याण हेतु विश्व का पान भी करना पड़े तो कभी पीछे नहीं हटें और हमेशा प्रभु भक्ति में मन को लगा कर रखें। 

जर्रे-जर्रे में व्याप्त मां भगवती का दिव्य एवं अलौकिक स्वरूप ज्योति प्रकाश के रूप में प्रत्येक मानव के अंत: करण में मौजूद है। जब इंसान के जीवन में एक सच्चे संत का पदार्पण होता है तब ब्रह्म ज्ञान की सनातन प्रक्रिया के द्वारा ही मां के दिव्य ज्योति स्वरूप का दर्शन किया जा सकता है। अत: आओ आंतरिक जागरण से जीवन कल्याण के मार्ग पर आगे बढ़ें। कार्यक्रम के दौरान बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालु गण मौजूद रहे। प्रात: मां की पावन आरती के साथ कथा को विराम दिया गया। नंदकिशोर शर्मा सनातन धर्म सभा प्रधान रियासी, सरदारी लाल दुबे, श्याम सिंह जंवाल रिटायर्ड जी.ई.आई कटडा, स्वामी सुचेता नंद, स्वामी सुकर्म आनंद, स्वामी मनप्रीत जी, नरेश केसर, सोनी पंडित आदि विशेष तौर पर मौजूद रहे। 


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Content Writer

Niyati Bhandari

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