...तो इस कारण मनाई जाती है छोटी दिवाली

punjabkesari.in Friday, Oct 25, 2019 - 12:58 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
कार्तिक महीना शुरू होते ही त्योहारों की लड़ी लग जाती है। वहीं इसी महीने दीपावली का पर्व बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है और ये लगातार 5 दिनों तक मनाया जाता है। दीपावली से पहले छोटी दिवाली जिसे नरक चतुर्दशी, काली चौदस आदि नामों से भी जाना जाता है। कहते हैं कि इस दिन यम के समक्ष दीप दान और उनकी पूजा करने का विधान होता है। लेकिन क्या कोई इस बात को जानता है कि दिवाली के मौके पर मृत्यु के देवता यमराज की पूजा क्यों की जाती है ? अगर नहीं तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से
PunjabKesari,  छोटी दिवाली
प्रचलित कथा के अनुसार रंति देव नाम के एक धर्मात्मा थे। उन्होंने अपने जीवन में कभी कोई पाप नहीं किया लेकिन फिर भी मृत्यु के दौरान उन्हें नरक लोक मिला और यह देखकर राजा बोले कि मैंने कभी कोई पाप नहीं किया तो फिर आप क्यों मुझे लेने आए हो आपके आने का मतलब मुझे नरक में स्थान मिला है। यह बात सुनकर यमदूत ने कहा कि हे वत्स एक बार आपके द्वार से एक ब्राह्मण भूखा पेट लौट गया था, यह आपके उसी कर्म का फल है।

दिवाली पर अपने Living Room को सजाएं कुछ इस तरह

इस बात को सुन राजा ने यमराज से एक वर्ष का समय मांगा और ऋषियों के पास अपनी इस समस्या को लेकर पहुंचे तब ऋषियों ने उन्हें कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी का व्रत रखने और ब्राह्मणों को भोजन कराकर उनसे माफी मांगने को कहा। एक साल बाद यमदूत राजा को फिर लेने आए, इस बार उन्हें नरक के बजाय स्वर्ग लोक ले गए तब ही से कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष को दीप जलाने की परंपरा शुरू हुई, ताकि भूल से हुए पाप को भी क्षमादान मिल सके।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Lata

Recommended News

Related News