आज ही करें इन मंत्रों का जाप, नवग्रहों के दोष से मिलेगी मुक्ति
punjabkesari.in Friday, May 12, 2017 - 02:59 PM (IST)
कुंडली की बदलती ग्रह दशाओं से इंसान की जिंदगी में सुख- दुख आते हैं। सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु नौ ग्रह हैं। इन नौ ग्रहों में से कोई एक भी अशुभ स्थिति में हो तो व्यक्ति के जीवन में परेशानियों का आगमन शुरू हो जाता है। यहां नवग्रहों के अलग-अलग मंत्रों के बारें में बताया गया है। जिनके जाप से ग्रह दोषों अौर परेशानियों से मुक्ति पाई जा सकती है।
इस प्रकार करें मंत्र जाप
नवग्रहों में से जिस ग्रह के लिए मंत्र जाप करना है, उसकी विधिवत पूजन करें। पूजा करते समय सभी आवश्यक साम्रगी अर्पित करें। इसके बाद संबंधित ग्रह के मंत्र का जाप करें। मंत्र संख्या 108 होनी चाहिए।
ऊँ सूर्याय नम: मंत्र का जाप करने से सूर्य के दोष कम हो जाते हैं।
ऊँ सोमाय नम: मंत्र के जाप से चंद्र के दोषों से मुक्ति मिलती है।
कुंडली में मंगल दोष होने पर ऊँ भौमाय नम: मंत्र का जाप करें।
ऊँ बुधाय नम: मंत्र के जाप से बुध ग्रह के दोष कम होते हैं।
ऊँ बृहस्पतये नम: मंत्र का जाप करने से गुरु ग्रह के दोष कम होते हैं।
शुक्र ग्रह के कमजोर होने से किसी भी प्रकार का सुख नहीं मिलता। शुक्र ग्रह को मजबूत बनाने अौर शुक्र दोष कम करने के लिए ऊँ शुक्राय नम: मंत्र का जाप करें।ऊँ शनैश्चराय नम: मंत्र का जाप करने से शनि के दोषों से मुक्ति मिलती है।
राहु के बुरे प्रभाव से समस्याएं बढ़ती है। ऊँ राहवे नम: मंत्र के जाप से राहु के सारे दोषों से छुटकारा पाया जा सकता है।
ऊँ केतवे नम: मंत्र का जाप करे। इस मंत्र के जाप से कुंडली में केतु के दोष दूर होते हैं।
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