कोरोना से बचना है तो Acharya Chanakya की यें बातें पल्ले बांध लें

punjabkesari.in Sunday, Apr 25, 2021 - 06:38 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
शत्रु, ये एक ऐसा शब्द है जो जिस किसी के जीवन में पैदा हो जाए, उसकी जिंदगी तहस-नहस कर देता है। चाणक्य इस बारे में कहते हैं खासतौर पर अगर शत्रु अधिक शक्तिशाली हो, और उसके द्वारा किए गए वार अगर दिखाई न देते हों तो व्यक्ति को खास ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। इस दौरान सावधानी हटने पर व्यक्ति को कई बार बहुत बुरे प्रभाव का शिकार होने लगता है। लगभग लोग जानते हैं कि चाणक्य की गिनती हमेशा से श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है, इसका कारण है उनका असीम ज्ञान। अपने इसी ज्ञान के बलबूते पर इन्होंने नीति सूत्र की रचना की, जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है। जिसकी उल्लेखित चाणक्य नीतियां इंसान को चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित करती हैं। तो आइए जानते हैं इनकी नीति में छिपी महत्वपूर्ण बातें- 

जैसे कि सब जानते हैं वर्तमान समय में कोरोना महामारी ने पूरे देश-दुनिया में आफत मचा रखी है। इसमें यह महामारी हर किसी के लिए एक शक्तिशाली शत्रु की तरह हो गई है, जो हर किसी पर वार करने को है। ये एक ऐसे शत्रु की भांति है जो दिखता नहीं है पर इसका वार बहुत ही खतरनाक साबित हो रहा है। ऐसे में व्यक्ति को क्या करना चाहिए। इस बारे में आचार्य चाणक्य के नीति सूत्र में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है। 

चाणक्य कहते हैं कि शक्तिशाली शत्रु को पराजित करने के लिए सबसे पहले रणनीति बनानी चाहिए। जिसमें पहले अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करना चाहिए। इसके उपरांत अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करना चाहिए। चाणक्य का मानना है कि किसी भी लड़ाई को जीतने के लिए नियमों का पालन करना अधिक आवश्यक होता हैै। कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए इसके बचाव के नियमों को अपनाना बहुत जरूरी है। इसलिए समझदारी इसी में है कि इन नियमों और अनुशासन का सख्ती से पालन किया जाए। चाणक्य नीति के अनुसार तभी हम ऐसे शत्रु से अपने अपने साथ दूसरों को सुरक्षित रख सकते हैं।

इसके बाद चाणक्य कहते हैं किसी भी तरह के वायरस यानि विषाणु बीमारी से बचने के लिए स्वास्थ्य का खासा ध्यान रखें। क्योंकि अगर स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक होत तो बड़े से बड़ा रोग व्यक्ति को छू भी नहीं सकता है। तो वहीं जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए भी व्यक्ति का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। जो व्यक्ति शारीरिक व मानसिक रूप से तौर स्वस्थ होता है वो अपने जीवन में किसी भी बड़ी चुनौती का सामना कर सकता है। 


 


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Content Writer

Jyoti

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