भादों मास में ये कार्य करने से दूर होती है जीवन की अशुभता

punjabkesari.in Thursday, Aug 26, 2021 - 03:06 PM (IST)

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23 अगस्त से इस वर्ष का भाद्रपद मास प्रारंभ हो चुका है। ज्योतिष शास्त्र में हर महीने से जुड़े कई नियम आदि बताए गए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भाद्रपद मास हिंदूी महीनों का 6वां औऱ चातुर्मास का दूसरा मास माना जाता है, जो 20 सितंबर को खत्म होगा। चूंकि इसी मास में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था, इस लिए इस मास को अधिक महत्व प्राप्त है। तो आइए जानते हैं कि इस मास में क्या कार्य करने चाहिए। 

कहा जाता है इस मास में विभिन्न प्रकार के धार्मिक कार्यों के साथ-साथ पूजा-पाठ व दान-पुण्य करना अत्यंत शुभकारी व फललदायी माना जाता है। तो वहीं कहा जाता है इस मास में भगवान शंकर, श्री कृष्ण और श्री गणेश के साथ अन्य देवी-देवताओं की भी पूजा की जा सकती है। मगर इस दौरान इस बात का खास ध्यान रखें इनकी पूजा के दौरान कुछ खास बातों व सावधानियां का महत्व रखना चाहिए। कहा जाता है जो लोग इन बातों का ध्यान रखता है उस व्यक्ति का स्वस्थ्य उत्तम रहता है तथा भगवान की कृपा प्राप्त होती है। 

आइए जानते हैं भाद्रपद के मास में कौन से कार्य करने चाहिए- 

कहा जाता है इस मास में व्यक्ति को भक्ति और उपवास करना चाहिए तथा व्रत के दिन संबंधित देवी-देवताओं का श्रद्धा पूर्वक पूजन करना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि भाद्रपद मास में ऐसा करने से जातक के सभी कष्ट दूर होते हैं।

कहा जाता है जिस प्रकार शिव भक्तों के लिए सावन का महीना बहुत महत्वपूर्ण होता है, ठीक उसी प्रकार भादो का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है। यही कारण है इस मास में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा से अधिक लाभ प्राप्त होता है।  

इस मास में व्यक्ति को शुद्ध शाकाहारी भोजन करना चाहिए, माना जाता है इससे शारीरिक शुद्धि बनी रहती है, तथा स्वास्थ्य बेहतर होता है। 

अपनी क्षमता अनुसार भाद्रपद के माह में दान-पुण्य जरूर करना चाहिए, उत्तम माना जाता है। खासतौर पर इस माह में गरीबों को वस्त्र, भोजन आदि का दान करना चाहिए।

इसके अतिरिक्त इस माह में पवित्र नदी या गंगा नदी में स्नान करना चाहिए, उसके बाद गरीबों को यथा शक्ति दान देना शुभ होता है। 


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Content Writer

Jyoti

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