कल लक्ष्मी जी की इस दुर्लभ फोटो की करें पूजा, व्यापार में होगा लाभ

punjabkesari.in Wednesday, Nov 08, 2017 - 11:33 AM (IST)

कल गुरुवार दी॰ 09.11.17 को मार्गशीर्ष कृष्ण षष्ठी पर पहला बृहस्पतिवार पड़ने के कारण लक्ष्मी पूजन विशेष लाभकारी रहेगा। अगहन नाम से प्रचलित मार्गशीष माह के बृहस्पतिवार को लक्ष्मी पूजन और यमुना स्नान का विशिष्ट महत्व है। इस माह में लक्ष्मी जी की ऐसी मूर्ति व चित्र लगाना चाहिए जिसमें वह कमल पर विराजमान हो व उनके हाथ में कमल हो, आभूषणों से अलंकृत हो, जिन्हें चार श्वेत हाथी स्वर्ण कलशों के जल से स्नान करा रहे हों। मार्गशीर्ष बृहस्पतिवार को गुरु का ही नक्षत्र पुनर्वसु पड़ने से इस की महत्वता और ज़्यादा बढ़ जाती है।


शास्त्रनुसार मार्गशीर्ष के पहले बृहस्पतिवार को विधि-विधान से लक्ष्मी स्थापना कर घर के द्वार पर दीपों से रोशनी करने का विधान है। मान्यतानुसार गुरुवारी पूजा में लक्ष्मी को प्रत्येक गुरुवार को अलग-अलग पकवानों का भोग लगाया जाता है। इस दिन लक्ष्मी पादुका की पूजा करके आम, आंवला व धान की बालियां चढ़ाकर कलश की स्थापना की जाती है। इस विशेष पूजन व उपाय से घाटे में चल रहे व्यापार में लाभ होता है, अकस्मात हानि से मुक्ति मिलती है तथा धन वृद्धि होती है।  


विशेष पूजन विधि: पश्चिममुखी होकर लक्ष्मी का पूजन करें। गौघृत में हल्दी मिलाकर दीप करें, चंदन की अगरबत्ती करें, केसर चढ़ाएं। पीले फूल चढ़ाएं, गुड-चना का भोग लगाएं तथा हल्दी मिश्रित जल से अभिषेक करें तथा इन विशेष मंत्रों की 1-1 माला जाप करें। पूजन के बाद भोग प्रसाद रूप में वितरित करें। 


पूजन मुहूर्त: दिन 11:43 से दिन 12:26। (अभिजीत में) 


पूजन मंत्र: श्रीं कमलायै नमः॥


उपाय
हानि से मुक्ति के लिए लक्ष्मी जी पर चढ़े चावल पक्षियों को डालें।   


धन वृद्धि हेतु लक्ष्मी जी पर चढ़ी हल्दी की 11 गांठ तिजोरी में रखें।


व्यापारिक घाटे से उभरने हेतु लक्ष्मी जी पर चढ़े सूखे आंवले घर की पश्चिम दिशा में स्थापित करें।

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com


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