महिला नक्सली के कथित आत्महत्या को लेकर विपक्ष ने मचाया हंगामा
punjabkesari.in Tuesday, Mar 02, 2021 - 11:40 PM (IST)
रायपुर, दो मार्च (भाषा) छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार को राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने दंतेवाड़ा जिले में आत्मसमर्पण कर चुकी महिला नक्सली के कथित आत्महत्या मामले को लेकर हंगामा मचाया तथा चर्चा कराने की मांग की।
विधानसभा में आज प्रश्नकाल के बाद भाजपा विधायक शिवरनत शर्मा और अजय चंद्राकर समेत विपक्ष के अन्य विधायकों ने महिला नक्सली पांडे कवासी की कथित आत्महत्या का मामला उठाया और इस विषय पर काम रोककर चर्चा कराने की मांग की।
भाजपा विधायकों ने कहा कि पुलिस का कहना है कि दंतेवाड़ा के कारली पुलिस लाईन में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के लिए बने शांतिकुंज में मंगलवार (23 फरवरी) की देर शाम जन चेतना नाट्य मंडली की कथित महिला सदस्य पांडे कवासी ने आत्महत्या कर ली।
विधायकों ने कहा कि पांडे कवासी के माता पिता का कहना है कि न हमारी बेटी नक्सली थी और न ही वह पुलिस के पास समर्पण करने गई थी, कुछ पुलिस वाले गुडसा गांव पहुंचे थे और पांडे कवासी तथा कुछ अन्य लोगों को जबरदस्ती उठा कर ले गए थे। बाद में लोगों से पता चला कि हमारी बेटी को नक्सली बताकर आत्मसमर्पण करावाया गया है।
भाजपा विधायकों ने कहा कि जब गांव के सरपंच और परिवार के सदस्य शांतिकुंज पहुंचे तब पुलिस वालों ने उनकी बेटी से नहीं मिलने दिया और दिन भर गेट पर इंतजार कराया गया। देर शाम बताया गया कि तुम्हारी बेटी ने आत्महत्या कर ली है।
विपक्ष ने आरोप लगाया कि बस्तर में पुलिस लोन वर्राटु अभियान के नाम पर लगातार नक्सलियों को समर्पण कराने का प्रपंच कर वाहवाही लूटने में लगी है।
विपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक ने कहा कि क्षेत्र के आदिवासी नेताओं और स्थानीय लोगों का कहना है कि यह आत्महत्या का नहीं हत्या का प्रकरण है। पांडे कवासी को मारकर फांसी पर लटकाने का नाटक किया गया है।
विपक्षी सदस्यों की मांग के बाद सभापति देवव्रत सिंह ने कहा कि स्थगन प्रस्ताव की सूचना सुबह मिली है। इसपर विचार किया जा रहा है।
इसके बाद विपक्ष के सदस्यों ने चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। सदन में शोरगुल होता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
विधानसभा में आज प्रश्नकाल के बाद भाजपा विधायक शिवरनत शर्मा और अजय चंद्राकर समेत विपक्ष के अन्य विधायकों ने महिला नक्सली पांडे कवासी की कथित आत्महत्या का मामला उठाया और इस विषय पर काम रोककर चर्चा कराने की मांग की।
भाजपा विधायकों ने कहा कि पुलिस का कहना है कि दंतेवाड़ा के कारली पुलिस लाईन में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के लिए बने शांतिकुंज में मंगलवार (23 फरवरी) की देर शाम जन चेतना नाट्य मंडली की कथित महिला सदस्य पांडे कवासी ने आत्महत्या कर ली।
विधायकों ने कहा कि पांडे कवासी के माता पिता का कहना है कि न हमारी बेटी नक्सली थी और न ही वह पुलिस के पास समर्पण करने गई थी, कुछ पुलिस वाले गुडसा गांव पहुंचे थे और पांडे कवासी तथा कुछ अन्य लोगों को जबरदस्ती उठा कर ले गए थे। बाद में लोगों से पता चला कि हमारी बेटी को नक्सली बताकर आत्मसमर्पण करावाया गया है।
भाजपा विधायकों ने कहा कि जब गांव के सरपंच और परिवार के सदस्य शांतिकुंज पहुंचे तब पुलिस वालों ने उनकी बेटी से नहीं मिलने दिया और दिन भर गेट पर इंतजार कराया गया। देर शाम बताया गया कि तुम्हारी बेटी ने आत्महत्या कर ली है।
विपक्ष ने आरोप लगाया कि बस्तर में पुलिस लोन वर्राटु अभियान के नाम पर लगातार नक्सलियों को समर्पण कराने का प्रपंच कर वाहवाही लूटने में लगी है।
विपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक ने कहा कि क्षेत्र के आदिवासी नेताओं और स्थानीय लोगों का कहना है कि यह आत्महत्या का नहीं हत्या का प्रकरण है। पांडे कवासी को मारकर फांसी पर लटकाने का नाटक किया गया है।
विपक्षी सदस्यों की मांग के बाद सभापति देवव्रत सिंह ने कहा कि स्थगन प्रस्ताव की सूचना सुबह मिली है। इसपर विचार किया जा रहा है।
इसके बाद विपक्ष के सदस्यों ने चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। सदन में शोरगुल होता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी।
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