पी.जी.आई. सैटेलाइट सैंटर संगरूर को 431 पोस्ट की मिली अप्रूवल

punjabkesari.in Tuesday, Aug 09, 2022 - 08:39 PM (IST)

चंडीगढ़, (पाल ): पी.जी.आई. सैटेलाइट सैंटर संगरूर हमारी प्राथमिकताओं में हैं, काफी वक्त से इस पर काम चल रहा है। उम्मीद की जा रही है कि इस साल दिसंबर के आखिर तक इसका काम पूरा हो जाएगा। पी.जी.आई. डिप्टी डायरैक्टर कुमार गौरव धवन के मुताबिक सैटेलाइट सैंटर संगरूर के लिए 431 पोस्ट को अप्रूवल मिल गई है। जिसमें फैकेल्टी के साथ-साथ दूसरे डिपार्टमैंट की पोस्ट भी शामिल है। वहीं पी.जी.आई. डायरैक्टर डॉ. विवेक लाल की मानें तो इसके शुरू होने से मरीजों को बड़ा फायदा होगा। उन्हें इलाज के लिए दूरदराज नहीं आना पड़ेगा। हालांकि हम यह नहीं कह सकते कि इसके शुरू होने से पी.जी.आई. में रश कम होगा। जिन मरीजों का भरोसा पी.जी.आई. पर है वह पी.जी.आई. ही आते हैं, लेकिन कुछ हद तक मरीजों को इससे राहत जरूर मिलेगी।

 

 

स्टाफ के लिए रैजिडेंशियल एरिया भी बनाया गया है
संगरूर स्थित पी.जी.आई. सैटेलाइट सैंटर में मैडिसन, ऑब्सटेट्रिक एंड गायनाकोलॉजी, पेडिएट्रिक्स, रेडियोलॉजी, ऑप्थेल्मोलॉजी, ई.एन.टी., डेंटल, कम्युनिटी मैडिसन और साइकेट्री के मरीजों का इलाज शुरू होगा। संगरूर सैटेलाइट सैंटर में मरीजों को भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा होगी। 25 एकड़ जमीन पर बन रहे संगरूर सैटेलाइट सैंटर में काम करने वाले स्टाफ के लिए रैजिडेंशियल एरिया भी बनाया गया है, लेकिन अभी यहां पर ओ.पी.डी. के लिए रखे गए नए डॉक्टर्स गेस्ट हाऊस में रहेंगे।

 

 

पी.जी.आई. आने की जरूरत नहीं पड़ेगी
संगरूर में बन रहे 300 बेड वाले सैटेलाइट सैंटर के शुरू होने से पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू कश्मीर और यू.पी. से यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों को काफी मदद मिलेगी। सैटेलाइट सैंटर में काम करने वाले डॉक्टर व अन्य स्टाफ के लिए पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। पी.जी.आई. में हर दिन लगभग 8 से 10 हजार मरीज इलाज कराने आ रहे हैं । इनमें हरियाणा, हिमाचल, पंजाब और जम्मू से पैशेंट आते हैं। यहां से सबसे बड़ी मुश्किल कार्ड बनवाने की है। ऐसे में संगरूर सैंटर शुरू होने से मरीजों को लोकल लेवल पर एडवांस इलाज मिल सकेगा। उन्हें इलाज के लिए पी.जी.आई. आने की जरूरत नहीं पड़ेगी।


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News Editor

Ajay Chandigarh

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