जो जहां है, वहीं से नशे को खत्म करने का काम करे: अनिल विज

punjabkesari.in Wednesday, Aug 10, 2022 - 09:10 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल/पांडेय): हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन सदन में विधायकों को यकीन दिलाया कि प्रदेश में नशे का नैटवर्क तोडऩे के लिए भले ही महकमे में स्टाफ व संसाधन की थोड़ी कमी हो, पर उनका हौसला कभी कम नहीं हो सकता है। विज ने कहा कि पुलिस नशे को खत्म करने के लिए लगातार काम कर रही है और हम सुधार की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। हालांकि पुलिस बल की कमी है लेकिन मैंने निर्देश दिए हुए हैं कि जो जहां है वहीं से नशे को खत्म करने का काम करे। इस संबंध में हर सप्ताह पुलिस अधीक्षकों से उनके पास नशे के बारे में विस्तृत जानकारी आती है और जिस जिले में नशे के बारे मेें कार्रवाई नहीं की जाती है तो संबंधित पुलिस अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा जाता है। विज ने कहा कि नशे की बिक्री पर पूर्णविराम लगाने के लिए उन्होंने नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का गठन किया, जिसके बाद से लगातार ब्यूरो की छापामारी जारी है। 

 


विज ने सभी विधायकों से यह भी अपील की कि इस लड़ाई में सभी एकजुट हों, ताकि जड़ से ही इसका खात्मा किया जा सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा अवैध गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर किसी भी व्यक्ति, चाहे वह कितना भी ऊंचा या शक्तिशाली हो, को बख्शा नहीं जाएगा और प्रदेश सरकार मादक द्रव्यों के सेवन की समस्या से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाना लगातार जारी रखेगी। इसके अलावा नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने एन.डी.पी.एस. अधिनियम और पी.आई.टी. एन.डी.पी.एस. अधिनियम के तहत दोषियों की संपत्ति की जब्ती के संबंध में खास कार्रवाई की है, जिसके परिणामस्वरूप 25,09,21,300.48 रुपए की संपत्ति को जब्त किया गया है तथा 6,82,94,967.89 रुपए की संपत्ति की जब्ती प्रक्रियाधीन है। नशीली दवा के अधिक सेवन के कारण कुछ मौतें भी हो चुकी हैं। मानसून सत्र के आखिरी दिन इनैलो विधायक अभय सिंह चौटाला, कांग्रेस विधायक अमित सिहाग, नीरज शर्मा और शीशपाल केहरवाला के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर जवाब देते हुए विज ने कहा कि हरियाणा सरकार राज्य में मादक पदार्थों की तस्करी और नशीली दवाओं के दुरुपयोग की समस्या से अवगत है और सरकार त्रिस्तरीय रणनीति के साथ समस्या का समाधान कर रही है। 
 

 

पिछले अढ़ाई वर्षों में 8 हजार से ज्यादा मुकद्दमे दर्ज 
विज ने बताया कि वर्ष 2020 में, हरियाणा पुलिस ने एन.डी.पी.एस. अधिनियम के तहत 2982 मामले दर्ज किए और 4477 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। इन व्यक्तियों से भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किए गए। इसी प्रकार 2021 के दौरान हरियाणा पुलिस ने एन.डी.पी.एस. अधिनियम के तहत 2745 मामले दर्ज किए गए जिसमें 3975 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। इसी तरह से इस कलैंडर वर्ष में 2 अगस्त तक राज्य पुलिस ने एन.डी.पी.एस. अधिनियम के 2334 मामले दर्ज कर 3209 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।
 

 

ब्यूरो ने तैयार की खास कार्ययोजना 
नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम और पता लगाने और नशीले पदार्थों के बारे में संग्रह के लिए एक व्यापक राज्य कार्य योजना तैयार की है। मुख्यमंत्री ने 26 जून 2022 को तीन उद्देश्यों के साथ नशीली दवाओं के उन्मूलन के लिए राज्य कार्य योजना का क्रियान्वयन किया जिसके अंतर्गत एन.डी.पी.एस. को रोकने और नियंत्रित करने के लिए एक तंत्र के निर्माण की दृष्टि से गांव से राज्य स्तर तक पांच स्तरीय संरचना तैयार की गई है। टियर-1 के स्तर पर लगभग 6538 ग्राम मिशन टीमें (वी.एम.टी.) और 1710 वार्ड मिशन टीमें (डब्ल्यू.एम.टी.) गठित की जा रही हैं। इन टीमों का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मादक द्रव्यों के सेवन के शिकार लोगों की पहचान करना है। डाटा एच.एस.एन.सी.बी. द्वारा विकसित ‘प्रयास ऐप’ पर अपलोड किया जाएगा। यह जानकारी आगे टियर-2 कलस्टर मिशन टीमों (सी.एम.टी.-532) के साथ सांझा की जाएगी, जिसमें स्वास्थ्य विभाग का भी प्रतिनिधित्व है। टियर-3 (72 सब डिवीजन मिशन टीमें एस.डी.एम.टी.), टियर-4 (22 जिला मिशन टीमें - डी.एम.टी.) और टीयर- 5 (राज्य मिशन टीम - एस.एम.टी. जिसमें 18 विभाग प्रमुख शामिल हैं) पर्यवेक्षी होंगे और अपने-अपने क्षेत्रों में राज्य कार्य योजना के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेंगे। पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर 8 जिलों, नामत: जींद, सिरसा, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, अम्बाला और पंचकूला में कार्यान्वयन शुरू किया गया है।
 

 

‘प्रयास’ और ‘साथी’ करेंगे पीड़ितों की पहचान 
‘प्रयास’ और ‘साथी’ नामक 2 एंड्रॉइड मोबाइल एप्लीकेशन को एच.एस.एन.सी.बी. द्वारा डिजाइन किया गया है, जिसका उद्देश्य नशे के आदी और पीड़ितों को पहचानने, समझने और गुमनाम रूप से उनके मुद्दों से लडऩे में मदद करना है। इसके अलावा यह जानकारी स्वचालित रूप से ‘हॉक’ सॉफ्टवेयर के साथ एकीकृत हो जाएगी। इस डेटा का उपयोग अवैध व्यापार में लिप्त सभी लोगों के खिलाफ आपराधिक मुकद्दमा चलाने के लिए किया जाएगा। यह फार्मास्युटिकल दवा के निर्माण, आपूॢत और बिक्री की वास्तविक समय की निगरानी में मदद करेगा। इसका क्रियान्वयन जिला सोनीपत में पायलट प्रोजैक्ट के रूप में शुरू कर दिया गया है।
 

 

धाकड़ कार्यक्रम से आम जनता को किया जा रहा जागरूक  
जन जागरूकता के लिए ‘धाकड़’ कार्यक्रम को किशोरों और युवाओं, विशेष रूप से छात्रों के बीच नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए डिजाइन और कार्यान्वित किया गया है। लगभग 25 लाख छात्रों और उनके संबद्ध परिवारों को कवर किया जाएगा, जो राज्य की लगभग आधी आबादी को कवर करेगा। जन जागरूकता सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में  गैर-सरकारी संगठनों, सामाजिक संगठनों और व्यक्तित्वों को शामिल किया जा रहा है। 
 

 

साल दर साल बढ़ रहे हैं नशे के रोगी  
हरियाणा में नशे के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकार के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2015 में 44643, 2016 में 57995, 2017 में 70082, 2018 में 101599, 2019 में 116311, 2020 में 108426, 2021 में 115587 और 31 जुलाई, 2022 तक 97474 पंजीकृत रोगियों की संख्या है। गृह मंत्री ने बताया कि मादक द्रव्यों के सेवन के पीड़ितों को उपचार प्रदान करने और उनका प्रबंधन करने के लिए लाइसैंसिंग प्राधिकरण ने राज्य में 132 लाइसैंस / पंजीकरण जारी किए हैं, जिसमें से 15 नशामुक्ति केंद्र का संचालन जिला अस्पतालों में, 3 मैडीकल कालेजों में, 102 का संचालन गैर सरकारी संगठन जिला रैडक्रॉस सोसायटी एवं जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा किया जा रहा है। इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग द्वारा लाइसैंस प्राप्त 15 मनोरोग नॄसग होम भी नशामुक्ति सेवाएं प्रदान करने के लिए पंजीकृत हैं। 
 

 

एन.सी.आर. व पंजाब से सटे जिलों पर खास फोकस  
गृह मंत्री ने कहा कि फरीदाबाद में मादक पदार्थ व अवैध शराब की मांग व आपूॢत को कम करने के लिए पुलिस लगातार कदम उठा रही है। फरीदाबाद में वर्ष 2022 में आबकारी अधिनियम के तहत अब तक दर्ज 732 मामलों में कुल 753 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। वर्ष 2022 के दौरान एन.डी.पी.एस. अधिनियम के तहत कुल 221 मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 240 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं विधायक नीरज शर्मा के सवाल पर गृह मंत्री ने कहा कि विधायक ने अपने साथियों एवं मीडियाकर्मियों के साथ एम.सी.एफ. बूस्टर स्टेशन, वार्ड नंबर-6 पर छापा मारा था। इस सूचना की प्राप्ति पर थाना सारण में एक दैनिक डायरी प्रविष्टि की गई और घटना के तथ्यों का सत्यापन सहायक पुलिस आयुक्त, बडख़ल, फरीदाबाद के माध्यम से किया गया, जिन्होंने कोई संज्ञेय अपराध नहीं होना पाया था।
 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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