ओला-ऊबर को UT टैक्स जमा करवा कर अनुमति दी तो ऑटो चालकों को क्यों नहीं?

punjabkesari.in Saturday, Feb 08, 2020 - 03:26 PM (IST)

चंडीगढ़(साजन) : चंडीगढ़ प्रशासन ने ओला और उबर जैसी बड़ी कंपनियों के चालकों को तो यू.टी. स्टेट टैक्स जमा करवाकर चंडीगढ़ में सर्विस संचालन की अनुमति दे दी है, लेकिन ऑटो चालकों को अनुमति अभी तक नहीं मिली है। 

ऑटो चालक मांग कर रहे हैं कि उन्हें भी स्टेट टैक्स जमा करवाकर चंडीगढ़ में ऑटो चलाने की अनुमति दी जाए लेकिन यू.टी. के उच्चाधिकारी उनकी मांगों पर कोई गौर नहीं कर रहे। ट्राईसिटी में इस वक्त 25 हजार से ज्यादा ऑटो चल रहे हैं और अपनी रोजी रोटी कमा कर परिवार चला रहे हैं लेकिन ऑटो न चलने की वजह से उनको रोजी रोटी का भी संकट पैदा हो गया है।

किया जा रहा फर्जीवाड़ा :
अनिल ने बताया कि इंडस्ट्रियल एरिया की एजैंसी ऑटो खरीदने पहुंचे लोगों के फर्जी आधार कार्ड बनाकर उन्हें पंचकूला या मोहाली से ऑटो का नंबर लगवाती है। चंडीगढ़ में चूंकि ऑटो की रजिस्ट्रेशन 2017 से ही बंद है लिहाजा ऑटो खरीददारों को गुमराह कर ऐसा किया जा रहा है। 

अनिल कुमार के अनुसार यह बड़ा फर्जीवाड़ा है। इसका तुरंत भंडाफोड़ होना चाहिए और बीते कुछ साल में पंचकूला और मोहाली से जो ऑटो रजिस्टर्ड हुए हैं, उनके कागजात जांचे जाएं।

2500 से ज्यादा ऑटो हो चुके इम्पाऊंड :
अब तक 2500 से ज्यादा ऑटो ट्रैफिक पुलिस इंपाऊंड कर चुकी है और इन्हें ट्रैफिक लाइन सैक्टर 21 और चिल्ड्रन पार्क सैक्टर 23 में खड़ा किया गया है। ऑटो चालक 27 जनवरी से पुलिस के इस रवैये को लेकर हड़ताल पर हैं। हिंद ऑटो रिक्शा यूनियन के अध्यक्ष अनिल कुमार एस.एस.पी. ट्रैफिक शशांक आनंद और यू.टी. प्रशासन के उच्चाधिकारियों से मुलाकात कर अपना मसला सुलझाना चाहते हैं लेकिन प्रशासन उनसे मिलने को तैयार नहीं। 

अनिल कुमार ने बताया कि अभी तक ये व्यवस्था थी कि अगर पंजाब या चंडीगढ़ के नंबर वाला ऑटो अगर पंचकूला जाता था तो वहां 25 रुपए स्टेट टैक्स अदा कर देता था, उसे कोई नहीं रोकता था। ऐसी व्यवस्था चंडीगढ़ में भी की जा सकती है। चंडीगढ़ में एल.पी.जी. और सी.एन.जी. के ऑटो पकड़े जा रहे हैं, जबकि 2017 के बाद से तो ऑटो की रजिस्ट्रेशन भी चंडीगढ़ में बंद कर दी गई है। 


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Priyanka rana

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