नगर निगम के खाते से 28 लाख 51 हजार रुपए निकलवाने वाले दो युवक पुणे से गिरफ्तार

punjabkesari.in Tuesday, Nov 02, 2021 - 10:18 AM (IST)

चंडीगढ़/सुशील राज। नगर निगम के सैक्टर-37 स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते से 28 लाख 51 हजार रुपए निकलवाने वाले व 1 करोड़ से ज्यादा निकवाने का प्रयास करने वाले आरोपी को कोटा गदवानी थिरु पाठी (42) की निशानदेही पर सैक्टर-17 थाना पुलिस ने दो और लोगों को पूणा से गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने कोटा गदवानी को उसके करंट अकाउंट में नगर निगम के चैक लगाने को कहा था। पकड़े गए आरोपियों की पहचान प्लॉट नंबर-37, समटा नगर, नागपुर निवासी आनंद उर्फ बंटी नईयर (45) व सरसती नगर, नागपुर निवासी कमल (42) के रूप में हुई है।

पुलिस ने सोमवार को 8 दिन का पुलिस रिमांड समाप्त होने के बाद पकड़े गए कोटा थिरुपाठी व अभी पकड़े गए आनंद व कमल को कोर्ट में पेश किया। जहां अदालत ने तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।


आरोपी कोटा का वाणी, महाराष्ट्र से गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसका 8 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया था। इसके बाद एसएचओ-17 राम रत्न शर्मा ने बस स्टैंड चौकी इंचार्ज गुरजीवन सिंह चहल के नेतृत्व में एक टीम बनाई। पुलिस कोटा को साथ लेकर वाणी व पूणा में छापेमारी करने पहुंची। दरअसल पुलिस पूछताछ में कोटा ने खुलासा किया था कि उसे नगर निगम के चैक आनंद उर्फ बंटी नईयर व कमल ने दिए थे और फिर पुलिस ने कोटा की निशानदेही पर इन दोनों को पूणा से गिरफ्तार किया। जिन्होंने पुलिस समक्ष खुलासा किया उन्हें 28.51 लाख, 98.51 लाख व 22.50 लाख के तीन चैक विकास व सावन ने दिए थे। इनमें से दो चैक तो क्लीयर नहीं हो पाए थे जबकि 28.51 लाख का चैक आरोपी कोटा के कार्तिक्या फिश प्लांट, वाणी के खाते में ट्रांसफर हो चुका था।

 

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि कोटा का वहां फिश का बिजनेस है और आरोपी नईयर व कमल भी उससे मछिलयां खरीदकर आगे से आगे बेचते थे। इन दोनों ने कोटा के मछिलयों के 8 लाख रुपए देने थे। पुलिस तफ्तीश में यह भी सामने आया कि आरोपी नईयर नागपुर में शराब की भी तस्करी करता है और उस पर वहां आधा दर्जन केस भी दर्ज हैं। 


क्या था मामला: 13 अक्तूबर व 16 अक्तूबर को बैंक ऑफ बड़ौदा में नगर निगम की तरफ से जारी हुए दो फर्जी चैक 98.51 लाख व 22.50 लाख का चैक लगाया था, लेकिन जब बैंक मैनेजर ने नगर निगम से क्र ॉस चैक किया, तो पता चला कि यह चैक वहां से जारी ही नहीं हुए, जिसके चलते स्टॉप पेयमेंट करवा ली गई थी, लेकिन जब नगर निगम ने अपना बैंक रिकार्ड चैक किया तो 11 अक्तूबर को नगर निगम के खाते से 28.51 लाख की पेयमेंट कार्तिक्या फिश प्लांट, वाणी के खाते में फर्जी चैक के जरिए ट्रांसफर हो रखी थी। जिसके बाद ही मामले का खुलासा हुआ, तो शिकायत पुलिस को दी गई और फिर सैक्टर-17 थाना पुलिस ने नगर निगम के के चीफ अकाऊंटैंट ऑफिसर वरिन्द्र सिंह ठाकुर की शिकायत पर केस दर्ज किया था और 28.51 लाख का चैक बैंक में लगवाने वाले कोटा को पुलिस ने सोमवार को वाणी से दबोच लिया था। जिसे पुलिस ने 26 अक्तूबर को कोर्ट में पेश कर 8 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया था। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से दो लाख रुपए भी रिक्वर किए थे।


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News Editor

Sushil Raj

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