हमारी अधिकतर स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान रसोई में ही : राम बाबू

punjabkesari.in Tuesday, Nov 29, 2022 - 09:43 PM (IST)

चंडीगढ़: हमारी रसोई में वो सारे तत्व मौजूद हैं, जो एंटी बैक्टीरियल गुणों से लेकर एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी ऑक्सिडैंट, एंटी कैंसर गुणों का खजाना है। बस हमें उस सही चीज का सही उपयोग और महत्व पता होना चाहिए। यह सब मुख्यत: मिलेट्स, मसाले, जड़ी-बूटियां आदि हैं। यदि हमारे रोजमर्रा के भोजन में इन सभी चीजों का संतुलित और संयमित मात्रा में रोजाना इस्तेमाल किया जाए तो सभी 60 फीसदी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान यूं ही हो जाएगा।
चंडीगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमैंट में आयोजित लाइव किचन रूबरू सैशन में मिलेट्स रामबाबू ने स्टूडैंट्स के साथ बातचीत में बताया कि हमारी रसोई में ही हमारी सेहत का खजाना है व खाना पकाना मेडिटेशन जैसा ही होता है, तभी उसमें चिकित्सीय गुण मिलते हैं। आज के युग में प्रोसैस्ड फूड का जमाना है यदि हमें अपनी सेहत बरकरार रखनी है तो हमें पैकेज, प्रोसैस्ड फूड, गेहूं, चावल से दूरी बनानी होगी व कोदरा, कंगनी, कुटकी, बाजरा, रागी, स्वांक, हरी कंगनी और ज्वार आदि को अपनाना होगा।


इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमैंट के प्रिंसिपल विशाल कालिया ने स्टूडैंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि हमें मिलेट्स को स्टेपल फूड के रूप में अपनाना चाहिए ताकि हमें फाइबर, मिनरल्स की प्रचुर मात्रा मिल पाए।


मिलेट्स मिरेकल फूड है : उमेंद्र दत्त
खेती विरासत मिशन के कार्यकारी निर्देशक उमेंद्र दत्त ने बताया कि मिलेट्स मिरेकल फूड है और हममें से अधिकतर लोग के बीमार रहने का कारण सफेद चावल, गेहूं और प्रोसैस्ड फूड है। अब समय आ गया है कि हम खुद को बदलें, मिलट्स की ओर कदम बढ़ाएं, ताकि हम सेहतमंद रह सकें और इस चामत्कारिक अनाज के पुनरुद्धार से पंजाब, हरियाणा, की मिट्टी, स्वास्थ्य और जल संकट पर भी सकारात्मक प्रभाव होगा। उन्होंने बताया कि इंटरनैशनल ईयर आफ मिलेट्स 2023 के लिए खेती विरासत मिशन केंद्र, हरियाणा ,पंजाब सरकार व चंडीगढ़ प्रशासन के साथ मिलकर मिलेट्स के प्रचार प्रसार में जुटा हुआ है।


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News Editor

ashwani

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