सी.टी.यू. के बेड़े में शामिल हुईं सभी 40 इलैक्ट्रिक बसें

punjabkesari.in Sunday, Jan 23, 2022 - 12:49 PM (IST)

चंडीगढ़,(राजिंद्र शर्मा): चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग को सभी इलैक्ट्रिक बसों की डिलवरी मिलने के बाद इनकी संख्या अब 40 हो गई है। इन सभी बसों को रूट पर उतार दिया गया है, जिसके चलते अब कई रूट पर लोगों को बस के लिए वेट नहीं करना पड़ता है। सी.टी.यू. के अधिकारियों के अनुसार ई-बसों के लिए शहरवासियों की प्रतिक्रिया काफी अच्छी है और लोग भी काफी संख्या में इनमें सफर कर रहे हैं। लोगों को ये बस काफी पसंद भी आ रहे हैं। प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि पहले खेप में सभी 40 बसें चंडीगढ़ पहुंच गई हैं और वो रूट पर चल रही हैं। इस वर्ष कुल 80 इलैक्ट्रिक बसें हो जाएंगी। अतिरिक्त 40 बसों के लिए भी सी.टी.यू. की तरफ से टैंडर जारी कर दिया गया है। जो बसें चंडीगढ़ पहुंची हैं, उनके लिए सी.टी.यू. का अशोक लेलैंड कंपनी के साथ करार हुआ है। बस में 36 लोगों के बैठने की जगह है और अधिकतम एक समय में 54 लोग सफर कर सकेंगे। बस दो से तीन घंटे में फुल चार्ज हो जाएगी और एक बार चार्ज होने के बाद बस करीब 140 किलोमीटर चलेगी। एक दिन में बस 200 से 300 कि.मी. तक चलेगी। फास्ट चार्जिंग बैटरी हैं। 

 


डिपो नंबर-3 में बनाया गया है चार्जिंग स्टेशन
सैक्टर-25 के डिपो नंबर-3 में चार्जिंग स्टेशन बनाया गया है। इस बस में आग का पता लगाने और अलार्म सिस्टम (एफ.डी.एस.एस.) भी लगाया गया है। बता दें कि केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ प्रशासन को 80 इलैक्ट्रिक बसें खरीदने की मंजूरी दी है। इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से सब्सिडी दी जा रही है। पिछले साल नवंबर माह में प्रशासन को 11 इलैक्ट्रिक बसें मिल गई थी। जिसके बाद ही प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने हरी झंडी दिखाकर इन बसों को रवाना किया था। इलैक्ट्रिक बसों के लिए सी.टी.यू. ने एक्सप्रैस रूट की शुरूआत की थी। इस रूट पर लोगों को बस के लिए 10 मिनट से ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता है। प्रशासन शहर में प्रदूषण को कम करने के लिए काम कर रहा है और इलैक्ट्रिक बस प्रोजैक्ट भी उसी के तहत एक पहल है।

 


केंद्र ने प्रोजैक्ट के लिए जारी की थी राशि 
गौरतलब है कि इस योजना के लिए केंद्र सरकार ने 18 करोड़ की राशि चंडीगढ़ को दी है। कोरोना की वजह से लगे घाटे के कारण परिवहन विभाग ने खुद इलैक्ट्रिक बसें खरीदने से इनकार कर दिया था और केंद्र की मंजूरी के बाद ही बसें लेने की प्रक्रिया शुरू की थी।
 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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