नहीं चला साइबर ठगों का पैंतरा, तुरंत 1930 पर संपर्क किया तो बच गए 6 लाख

punjabkesari.in Monday, Sep 05, 2022 - 07:00 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): हरियाणा पुलिस की साइबर टीम ने गत 2 दिनों में साइबर अपराध के अलग-अलग मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए आमजन के लगभग 6 लाख रुपए बचाने में कामयाबी हासिल की है। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि 1930 पर साइबर टीम को पंचकूला निवासी शिकायतकत्र्ता से शिकायत प्राप्त हुई जिसमें बताया कि उसका भतीजा विदेश में पढ़ता है। सुबह उसके पास एक फोन आता है कि मेरी नागरिकता पक्की हो गई है और मैं यहां दोस्तों को पार्टी देने आया था। इस दौरान यहां झगड़ा हो गया जिसके कारण पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। मेरे वकील का फोन आएगा पैसे दे देना ताकि मैं बच जाऊं। ठग की बातों में आकर शिकायतकत्र्ता ने ठगों के खाते में 50-50 हजार कर कुल 6 लाख डाल दिए। बाद में खाते की जांच होने पर पता चला की वह खाता उत्तर प्रदेश के किसी बैंक का है।  ठगी का अहसास होने पर शिकायतकत्र्ता ने 1930 पर शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 1.50 लाख रुपए फ्रीज करवाए। 
 

 

अन्य मामलों में बचाए 4.35 लाख रुपए
प्रवक्ता ने बताया की गुरुग्राम निवासी राहुल ने इंस्टाग्राम पर विज्ञापन देखा जिसमें पैसे दुगने करने का ऑफर था। अच्छा मौका जानकर राहुल ने पैसे इन्वेस्ट कर दिए।  जैसे ही शिकायतकत्र्ता को ठगी का अहसास हुआ, उसने तुरंत 1930 पर शिकायत दी जिस पर तुरंत एक्शन लेते हुए 85000 रुपए साइबर टीम ने वापस करवा दिए। एक अन्य मामले में गुरुग्राम निवासी अमरजीत को होटल ताज के पैकेज का लालच दिया था जिसमें करीबन 1.5 लाख रुपए ठग लिए थे। उक्त केस में भी साइबर टीम ने तुरंत खाता फ्रीज कर पैसे वापस करवाए। गुरुग्राम के ही एक अन्य मामले में साइबर टीम ने जय कुमार के 1 लाख रुपए बचाए थे। कुरुक्षेत्र निवासी करमचंद को बेटे का स्कूल टीचर बन साइबर अपराधियों ने 1 लाख रुपए ठग लिए थे, जिसकी शिकायत 1930 पर प्राप्त होने के बाद पुलिस ने द्वारा रुपए वापस करवा दिए गए।
 

 

नए-नए तरीके अपना रहे हैं साइबर अपराधी
स्टेट क्राइम ब्रांच द्वारा मात्र 8 महीने में ही साइबर अपराधियों पर वार करते हुए आम जनता के करीब 11 करोड़ रूपए बचाए जा चुके हैं । जनता को जागरूक करने के लिए प्रदेश के हर जिले में साइबर राहगीरी, नुक्कड़ नाटक, स्कूलों में जाकर विभिन्न प्रोग्राम आयोजित किए जा रहे हैं। साइबर अपराध होने पर तुरंत अपनी शिकायत 1930 पर दर्ज करवाएं ताकि अपराधी का खाता फ्रीज किया जा सके और उनकी मेहनत की कमाई बचाई जा सके। कभी भी अपना ओ.टी.पी. किसी को ना दें और इसके अलावा ना ही अपनी निजी जानकारी किसी से शेयर करें।
 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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