वीकैंड लॉकडाऊन : स्टेशन पर सोशल डिस्टेसिंग की उड़ी धज्ज्यिां

punjabkesari.in Saturday, Apr 17, 2021 - 11:34 PM (IST)

चंडीगढ़ (लल्लन यादव): बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते यू.टी. प्रशासन की ओर से शहर में वीकैंड लॉकडाऊन लागू किया गया है। लेकिन चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन सैंटर पर सोशल डिस्टैंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाते दिखे यात्री। टिकट काऊंटर पर यात्री लाइनों में नजर आए। ऐसे में कोविड ज्यादा फैल सकता है। लेकिन पैंसेजर की इस लापरवाही का खामियाजा पूरे शहर को उठाना पड़ सकता है। रेलवे अधिकारी और जी.आर.पी. के जवान भी नजरदांज कर रहे हैं।  जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश व बिहार में इन दिनों खेतीबाड़ी का काम तथा उत्तर प्रदेश में सरपंच चुनाव के चलते अधिक्तर पैंसेजर टिकट के लिए लाइन में लग रहे हैं। लेकिन यह लोग सोशल डिस्टैसिंग पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। 

 


पंचकूला-1 और चंडीगढ़-2 टिकट बुकिंग काऊंटर खुले
लॉकडाऊन लगाने के बाद भी पैंसेजर टिकट लेने के लिए रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काऊंटर पर लाइन में लगे हुए हैं। रिजर्वेशन काऊंटर पर कार्यरत कर्मचारियों में कोविड-19 की पुष्टि होने के बाद विभाग की तरफ से कुछ अधिकारी अंबाला से बुलाए गए हैं, जिसके कारण पंचकूला की तरफ एक रिजर्वेशन काऊंटर तथा चंडीगढ़ की तरफ 2 टिकट बुकिंग काऊंटर खुल रहे हैं।  ऐसे में तत्काल बुकिंग तथा रिजर्वेशन करवाने वाले लोगो की भीड़ जमा हो जा रही हैं।

ऐसे में रेलवे विभाग को सोशल डिस्टेसिंग के लिए जी.आर.पी.के जवान तैनात करने चाहिए।  रेलवे स्टेशन पर पैंसेजर की थर्मल स्क्रीनिंग की जिम्मेदारी टी.टी.ई. के हाथो में सौंपी गई। लेकिन इस दौरान रेलवे डाक्टर टीम तथा चंडीगढ़ हेल्थ विभाग की कोई भी डाक्टर दिखाई नहीं दिया।  वहीं साल 2020 लॉकडाऊन के दौरान चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग की जिम्मेदारी चंडीगढ़ हेल्थ विभाग तथा रेलवे मेडिकल टीम संभालती थी। इन सब खामियों से पता चलता है कि प्रशासन की ओर से थर्मल स्क्रीनिंग की घोषणा सिर्फ कागजों में रह गई। 


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News Editor

AJIT DHANKHAR

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