प्रदेश में बढ़ते नशे पर विपक्षी विधायकों ने सरकार को घेरा

punjabkesari.in Wednesday, Aug 10, 2022 - 09:35 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल/पांडेय): मानसून सत्र के आखिरी दिन विपक्षी विधायकों ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान हरियाणा में बढ़ते नशे को लेकर सरकार पर निशाना साधा। विधायकों ने कहा कि क्या कारण है कि 8 वर्ष से प्रदेश में नशे का कारोबार तेजी से बढ़ा है। इनैलो विधायक अभय सिंह चौटाला, कांग्रेस विधायक अमित सिहाग और विधायक शीशपाल केहरवाला ने सिरसा जिले में नशे को लेकर खास ङ्क्षचता जताई। केहरवाला ने कहा कि अकेले सिरसा जिले के डबवाली क्षेत्र में हर महीने नशे से मौत की खबरें सामने आती हैं लेकिन पुलिस-प्रशासन व सरकार असहाय दिखाई दे रही है। कांग्रेस विधायक मेवा सिंह ने कहा कि उनके क्षेत्र की कई परचून की दुकानों पर भी नशे की बिक्री हो रही है जिस पर सरकार को तुरंत प्रभाव से एक्शन लेना चाहिए। 
 

 

युवाओं के साथ-साथ महिलाएं भी नशे की चपेट में आई : अभय चौटाला
इनैलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार ने प्रदेश में नशे की रोकथाम करने की बजाय बढ़ावा देने का काम किया है। प्रदेश के 11 जिले जिसमें सिरसा, हिसार, फतेहाबाद, रोहतक, अम्बाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत, पंचकूला और नूंह नशे के गढ़ बन चुके हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि युवाओं के साथ-साथ महिलाएं भी बड़ी तादाद में नशे की चपेट में आ चुकी हैं और यह तादाद दिन प्रतिदिन तेजी से बढ़ रही हैं। नशे की आदी महिलाओं में अधिकांश छात्राएं हैं जो छात्रावासों और पी.जी. में रहती हैं। नशा करने वालों की ओ.पी.डी. साल दर साल बढ़ रही हैं। वर्ष 2021 में लगभग 95863 लोगों ने ओ.पी.डी. का दौरा किया जिसमें 28283 महिलाएं थी उनमें से 2765 लोगों को भर्ती किया गया। चौटाला ने कहा कि उन्होंने 2019 में मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर विस्तार से विवरण दिया था कि नशे के कारोबार में कौन लोग शामिल हैं और उनको किसका संरक्षण है लेकिन आज तक उन्हें उसका जवाब नहीं मिला है। एन.सी.आर.बी. के आंकड़ों के अनुसार नशे की ओवरडोज की वजह से 2014 से लेकर अब तक 329 मौतें हुई हैं। पिछले डेढ़ साल में अकेले सिरसा जिला में ओवरडोज से 33 मौतें हो चुकी हैं जिनकी उम्र 18 से 30 साल की है। सरकार द्वारा नशे की रोकथाम के लिए बनाई गई एन.सी.बी. का चार्ज स्वतंत्र रूप से आई.पी.एस. अधिकारी को दिया जाना चाहिए जबकि ए.डी.जी.पी. के पास दो चार्ज हैं साथ ही एन.सी.बी. के लिए जितने पद स्वीकृत हैं उनमें से 178 पद खाली हैं।

 


उन्होंने कहा कि सरकार की नाक तले यमुनानगर जिला में एक फैक्ट्री में पिछले 2 सालों से एफेड्रिन नामक ड्रग्स अवैध रूप से बनाई जा रही थी जिसका इस्तेमाल दिल्ली और मुम्बई की रेव पाॢटयों में किया जाता था। अगस्त महीने में रोहतक में नकली शराब बनाने के अवैध धंधे का खुलासा हुआ जिसमें ब्रांडेड बोतलों में नकली शराब भर कर बेचा जा रहा था। उन्होंने सरकार को नशे के खिलाफ सख्त कानून बनाने का सुझाव देते हुए कहा कि चिट्टा पीने वालों पर कार्रवाई करने के बजाय चिट्टा बेचने वालों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
 

 

नशे का गढ़ बना सिरसा, हर सप्ताह हो रही हैं मौतें : सिहाग
कांग्रेस विधायक अमित सिहाग ने कहा कि प्रदेश का सिरसा जिला पूरी तरह से नशे की गिरफ्त में आ चुका है। यहां हर सप्ताह एक-दो मौतों की सूचना आती है। सिहाग ने कहा कि नशे का नैटवर्क तोडऩे के लिए ही उन्होंने डबवाली को पुलिस जिला बनाने, स्टेडियम बनाने और नशामुक्ति केंद्र बनाने की मांग सरकार के समक्ष रखी थी लेकिन सरकार ने इसे अनसुना कर दिया। सिहाग ने सरकार व भाजपा से यह आग्रह किया कि वह उनके लोग हमेशा चुनावी मोड में रहने की बात करते हैं तो उन्हें नशे के खिलाफ लड़ाई लडऩे के लिए भी तैयार करना चाहिए। सिहाग ने कहा कि इसका खात्मा सभी को मिलजुलकर करना होगा।
 

 

बढ़ते नशे पर शाह की चेतावनी से भी गंभीर नहीं हुई सरकार : नीरज
कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि 30 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चंडीगढ़ पहुंचकर राज्य सरकार को चेतावनी दी थी कि राज्य में दिल्ली और पंजाब से नशा घुस रहा है। ऐसे में राज्य सरकार को नशा रोकने के लिए एक विस्तृत और कारगर कार्य योजना बनानी चाहिए। 
शर्मा ने कहा कि सरकार शाह की चेतावनी के बाद भी गंभीर नहीं है। बच्चों और महिलाओं में भी नशे की लत बढ़ रही है। नशा रोकने के लिए सरकार का हर कोई साथ देगा। क्योंकि यह नहीं रुका तो समाज का विनाश कर देगा। कांग्रेस विधायक ने राज्य के गृह मंत्री अनिल विज से कहा कि वे सरकार को नशा रोकने में दिल से साथ देंगे। 
 

 

अभय और स्पीकर के बीच हुई तीखी नोकझोंक :
चर्चा के दौरान अभय सिंह चौटाला और स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। अभय चौटाला जब सदन में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर बोल रहे तो स्पीकर ने कहा कि समय खत्म होने की बात कहकर बैठने को कहा। जिस पर अभय ने बैठने से मना किया तो फिर स्पीकर ने उन्हें मर्यादा में रहने की नसीहत दे दी।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Ajay Chandigarh

Recommended News

Related News