पंचकूला को हर रोज मिलेगा 18 करोड़ 16 लाख लीटर पानी

punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2019 - 12:55 PM (IST)

पंचकूला(आशीष) : पिछले कई साल से लो प्रैशर पानी आना, भूमिगत पानी का लेवल डाऊन होने जैसी कई समस्याओं से पंचकूला के लोगों को राहत मिलेगी। क्योंकि शहर में सप्लाई करने के लिए चंडीगढ़ स्थित कजौली वाटर वर्क्स से पानी की सप्लाई को बढ़ा दिया है। अब शहर को 18 करोड़ 16 लाख लीटर (40 एम.एल.डी.) हर रोज मिलेगा। एक माह के ट्रायल के बाद सप्लाई को रैगुलर कर दिया है। 

शहर के 10 से ज्यादा सैक्टरों की सप्लाई में सुधार हो गया है। अब लोगों को समय पर पानी मिल रहा है। वहीं ट्रायल पीरियड खत्म होने के बाद एच.एस.वी.पी. की इंजीनियरिंग विंग की ओर आखिरी इंस्पैक्शन की जा रही है। शहर में पानी की सप्लाई करने के लिए 244 ट्यूबवैल को चलाया जाता है। गर्मियों में इन सभी ट्यूबवैलों को 20 से 24 घंटे चलाया जा रहा था। 

सर्दियों में इन्हें 15-16 घंटे चलाना पड़ता था लेकिन शहर में 40 एम.एल.डी. पानी की सप्लाई के शुरू होने से अब 60 ट्यूबवैलों को आराम दिया गया है। उन्हें अब सुबह और शाम पानी की सप्लाई के दौरान प्रैशर बनाने के लिए चलाया जा रहा है। 24 घंटे में से सिर्फ 4 या 5 घंटे ही चलाया जा रहा है। 

सर्वे कर बनाई थी रिपोर्ट :
चंडीगढ़ की ओर से पंचकूला को सितम्बर के आखिरी दिनों में सप्लाई शुरू की गई थी लेकिन अक्तबूर में कई दिन तक सप्लाई न तो रैगुलर रही और न ही ज्यादा पानी आया। इसके बाद नबम्बर में चार दिन परेशानी आई। इसके बाद इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों ने सर्वे किया और रिपोर्ट बनाई। लिहाजा रैगुलर ट्रायल को चैक किया गया। बाद में शहर को रूटीन में सप्लाई दी जा रही है। 

फ्लैट्स और सैक्टरों में दिया जा रहा पानी :
जनसंख्या के हिसाब से सैक्टर-20 में सबसे ज्यादा लोग रहते हैं। इस सैक्टर में 200 से ज्यादा सोसायटी और 15 हजार के करीब फ्लैट्स हैं। जाहिर सी बात है कि यहां पानी की डिमांड और खपत सबसे ज्यादा होगी। एच.एस.वी.पी. ने यहां पानी की सप्लाई करने के लिए 15 ट्यूबवैल लगाए हैं जो 24 घंटे चलते थे। 

कजौली से आने  वाले पानी सैक्टर-1 के बूस्टिंग स्टेशन से ओल्ड पंचकूला सैक्टर-2,4 से दिया जाता है। यहां से सैक्टर-8 के बूस्टिंग स्टेशन पर सप्लाई दी जाती है। बाद में यह पानी सैक्टर-6,7,8,9,10,11,12 में सप्लाई किया जाता है। 

एम.डी.सी. में 5 एम.एल.डी. पानी की सप्लाई की :
कजौली से आने वाले पानी के लिए सैक्टर-1 और एम.डी.सी. में वाटर टैंकर बनाया गया है। इन जगहों पर बूस्टिंग स्टेशन और कंप्रैसिव सिस्टम लगाया है। 

एम.डी.सी. में बनाए टैंक में पहले 4 एम.जी.डी. पानी सप्लाई किया जाता था लेकिन अब 5 एम.जी.डी. पानी की सप्लाई की गई है जबकि बाकी 35 एम.जी.डी. पानी सैक्टर-1 के वाटर टैंकर में लाया जाता है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Priyanka rana

Recommended News

Related News