अब बिना हैलमेट के महिलाओं के लाइट प्वाइंट पर लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों से होंगे चालान

punjabkesari.in Wednesday, Jul 13, 2022 - 07:30 PM (IST)

चंडीगढ़,(सुशील राज ):बिना हैलमेट के दोपहिया वाहन चलाने और बैठने पर ट्रैफिक पुलिस अगले महीने से स्मार्ट सिटी के तहत लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों से चालान काटना शुरू करेगी। अभी तक इन कैमरो के जरिए ट्रैफिक पुलिस रेड लाइट जंप और ओवर स्पीड़ के चालान काट रही थी। एक अगस्त से शहर में लाइट प्वाइंट पर लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की जरिए महिलाओं के बिना हैलमेट के धड़ाधड़ चालान काटना शुरू करने जा रही है। अभी तक ट्रैफिक पुलिस महिलाओं के हैंडी कैमरों की जरिए ही चालान काटने में लगी हुई है। 

 


चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस हैंडी कैमरे के जरिए हर रोज 78 चालान कर मोबाइल फोन पर मैसेज भेज रही है। इसके अलावा दोपहिया वाहन चालक के घर पर फोटो समेत भी चालान भेजने में लगी हे। तीन महीने के अंदर ट्रैफिक पुलिस ने बिना हैलमेट के ड्राइव करने और पीछे बैठने पर सात हजार चालान कर चुकी है। ट्रैफिक पुलिस ने महिलाओं के साथ होने वाले सड़क हादसों को रोकने के लिए यह सख्त कदम उठाया है। महिलाओं के चालान करने से मार्च महीने में ट्रैफिक पुलिस ने जागरूकता अभियान चलाकर हैलमेट पहनने को लेकर जागरूक किया था। अप्रैल महीने से ट्रैफिक पुलिस ने बिना हैलमेट के ड्राइव और पीछे बैठने वाली महिलाओ को हैंडी कैमरे में कैद करके उनके चालान भेजने शुरू कर दिए। है। इन चालानों से सिर्फ सिख महिलाओं को ही छूट मिली है। मामला अभी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में लंबित है और सितंबर महीने में केस की सुनवाई है। सिख महिलाओं ने चाहे टर्बन पहनी हो या नहीं, उन्हें चालान से छूट है जबकि अन्य महिलाओं के लिए ऐसी कोई छूट नहीं है। एस.एस.पी. (ट्रैफिक) मनीषा चौधरी ने महिलाओं से अपील की है कि वह चंडीगढ़ की सड़कों पर हैलमेट पहन कर ही ड्राइविंग करें और पीछे बैठें। यह उनकी अपनी सेफ्टी के लिए है।
 

 

रोड सेफ्टी काऊंसिल में उठा था हैलमेट न पहनने का मुद्दा 
एस.एस.पी. ने बताया कि पिछले वर्ष नवंबर में स्टेट रोड्स सेफ्टी काऊंसिल की बैठक हुई थी। इसमें यह मुद्दा लाया गया था कि टू व्हीलर चलाने वाली और टू व्हीलर के पीछे बैठने वाली महिलाओं के बिना हैलमेट के वॉयलेशन ज्यादा है। वहीं कई सड़क दुर्घटनाएं भी हो रही हैं, जिनमें जानलेवा सड़क हादसे भी शामिल हैं। ऐसे में चंडीगढ़ में लागू मोटर व्हीकल रुल्स के मुताबिक सिख महिलाओं को छूट मिली हुई है। बाकी महिलाओं के चालान इसी वर्ष से किए जाने शुरू कर दिए गए हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Ajay Chandigarh

Recommended News

Related News