अमृतसर के लालबाग में स्थापित तीनों क्लबों पर मंडराए खतरे के बादल

punjabkesari.in Monday, Oct 17, 2022 - 10:26 PM (IST)

चंडीगढ़,(रमेश हांडा) : अमृतसर में ऐतिहासिक लालबाग में स्थापित तीनों क्लबों पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। 20 वर्ष से पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में चल रहे मामले में सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस पर आधारित बैंच ने संकेत दिए हैं कि यह दीवाली उक्त क्लबों की अंतिम दीवाली हो सकती है। अमृतसर विकास मंच ने दाखिल याचिका में इन क्लबों को गैरकानूनी बताते हुए लालबाग धरोहर पर नाजायज कब्जे किए जाने के आरोप लगाते हुए इन्हें वहां से हटाने की मांग की थी।

 


 दस्तावेजों में छेड़छाड़ का लगाया था आरोप
याचिपक्ष के वकील सुखजिंदर सिंह ने बताया कि लालबाग का निर्माण महाराजा रंजीत सिंह ने किया था, जहां गुरुओं से जुड़ी 9 यादगारें स्थापित की गई थी, वहां धार्मिक समागम हुआ करते थे लेकिन कुछ लोगों ने वहां कब्जे कर क्लब स्थापित कर दिए। इनमें लमसम क्लब, अमृतसर क्लब व सर्विस क्लब शामिल हैं, जहां धार्मिक समागमों की जगह विवाह शादियों और अन्य कमर्शियल कार्यक्रम होने लग गए। याचिका में बताया गया है कि क्लबों के संचालक लाखों रुपए लेकर मैंबरशिप देते हैं लेकिन इसकी एवज में सरकार या नगर निगम को कुछ नहीं मिल रहा और लोगों की धार्मिक भावनाएं भी आहत हो रही हैं। लालबाग को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जा चुका है। याची के अनुसार दशकों पहले एक लीज क्लबों के साथ हुई थी, जोकि 5 वर्ष के लिए थी लेकिन दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर 5 वर्ष को 75 वर्ष कर दिया गया। 

 


मामला हाईकोर्ट पहुंचा जहां कोर्ट के आदेशों के बाद आर्कोलॉजी विभाग और नगर निगम अमृतसर के बीच हुई बैठकों के बाद उक्त क्लबों को 5 वर्ष के भीतर बंद करने की बात पर सहमति बनी थी लेकिन चार वर्ष गुजर जाने पर भी क्लब खाली करवाने की कवायद शुरू नहीं हुई जिसे लेकर याची पक्ष की ओर से एप्लीकेशन फाइल की गई थी। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने प्रतिवादी पक्ष में शामिल नगर निगम को आदेश दिए हैं कि अगली सुनवाई पर लालबाग में क्लबों द्वारा किए गए अतिक्रमण की विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाए और बताया जाए कि अब तक इस संबंध में क्या कार्रवाई हुई है।
 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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