डेराबस्सी में गटर के खुले मैनहोल दे रहे हादसों को न्यौता
punjabkesari.in Wednesday, Jun 12, 2019 - 12:06 PM (IST)
डेराबस्सी(गुरप्रीत): पंजाब के संगरूर जिला के गांव भगवानपुरा के बोरवैल में गिरने से बच्चे की मौत पर जागी पंजाब सरकार ने सभी जिलों में प्रशासनिक अधिकारियों को खुले पड़े बोरवैल की भले ही रिपोर्ट मांग ली है लेकिन राजधानी चंडीगढ़ से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित डेराबस्सी में बोरवैल नहीं बल्कि सीवरेज गटर के खुले मैनहोल हादसों को न्यौता दे रहे हैं।
आलम यह है कि पिछले कई माह से खुले पड़े गटर के मैनहोल के कारण जहां आम लोग परेशान हो रहे हैं वहीं नगर परिषद व संबंधित विभागीय अधिकारी गहरी नींद में है। एसडीएम कार्यालय का अमला अभी मेनहोल से होने वाली बड़ी घटना के इंतजार में है।
क्या है धरातल की सच्चाई
मोहाली जिला के अधीन आते डेराबस्सी, जीरकपुर, लालडू व खरड़ आदि ऐसे इलाके हैं जहां ज्यादातर शहरी क्षेत्र है और शहरी क्षेत्र में बोरवैल होने का कोई औचित्य नहीं है। क्योंकि शहरी क्षेत्रों में बोरवेल निर्धारित जगहों पर पानी सप्लाई के लिए प्रशासन की ओर से ही किए गए हैं। इसके उलट डेराबस्सी शहर में पिछले कई माह से खुले पड़े गटर के मेनहॉल हादसों को न्यौता दे रहे हैं।
इन मेनहॉल को ढकने की जिम्मेदारी संभालने वाली नगर परिषद का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं। आज सुबह शहर की कालेज कालोनी, आदर्श नगर, साधु नगर, गुलाबगढ़ रोड आदि क्षेत्रों का दौरा करने पर देखा गया कि ज्यादातर क्षेत्रों में सीवेज के मेनहॉल खुले पड़े हुए हैं। क्षेत्र के लोगों से बातचीत करने पर पता चला कि यह मेनहॉल कई माह से खुले पड़े हैं। गर्मी के मौसम में बिजली के कटों के कारण खुले पड़े मेनहॉल अक्सर हादसों का कारण बन रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं।
डी.सी. ने बोरवैल के संबंध में आदेश जारी किए
संगरूर की घटना के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने जिलों में खुले पड़े बोरवैल की रिपोर्ट दो दिन में सरकार को भेजें। जिसके बाद जिला उपायुक्तों से अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में आते उपमंडल अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी कर रिपोर्ट मांग ली है। मोहाली के नवनियुक्त जिला उपायुक्त गिरिश दिआलन ने भी सोमवार की शाम डेराबस्सी, मोहाली, खरड़ के एस.डी.एम. को निर्देश जारी करके बोरवैल के संबंध में रिपोर्ट मांगी है।
बोरवेल से भी घातक है गटर में होने वाला हादसा
सीवरेज के गटर में गिरने की घटना बोरवैल में गिरने से भी घातक है। विशेषज्ञों के अनुसार कुछ समय पहले चंडीगढ़ में एक महिला पुलिस कर्मी की गटर में गिरने से मौत हो गई थी। उक्त महिला घटनास्थल से करीब 12 किलोमीटर दूर जाकर सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट के आउटलैट में मिली थी। अतीत में हुई इस तरह की घटनाओं से भी डेराबस्सी प्रशासन ने सबक नहीं लिया है।