‘वायरस को हल्के में न लें, एक्टिव केस और मरीजों की संख्या बढ़ेगी’

punjabkesari.in Thursday, Jan 13, 2022 - 02:06 PM (IST)

चंडीगढ़, (पाल): पिछले एक हफ्ते से कोविड केस का ग्राफ ऊपर की ओर बढ़ रहा है। शहर में कुल एक्टिव केस 4808 हो चुके हैं। हालांकि आधे से ज्यादा 4610 केस अभी होम आइसोलेशन में हैं। बुधवार तक 109 मरीज हॉस्पिटल में और 89 मरीज कोविड केयर सैंटर में एडमिट हैं। पी.जी.आई. पल्मनरी मैडिसन डिपार्टमैंट के एच.ओ.डी. डॉ. आशुतोष एन. अग्रवाल की मानें तो इस बार भी वायरस का ज्यादतर नेचर पहले की तरह ही है। हालांकि अभी तक हम इसकी गंभीरता नहीं देख पा रहे हैं, लेकिन यह सोच कर कि इसकी गंभीरता नहीं है और इसे हल्के में लें तो यह बड़ी गलती हो सकती है। खासकर, तब जब हमारे केस रोजाना तेजी से बढ़ रहे हैं। कोविड नियम ही हैं, जो हमें बचा सकते हैं। इससे आप ही नहीं बल्कि आप आसपास मौजूद उन लोगों को भी इंफैक्शन देने से बच सकते हैं जो रिक्स जोन में हैं।

 


हैल्थ केयर वर्कर्स में बढ़ता पॉजिटिविटी रेट गंभीर
पी.जी.आई. में हैल्थ केयर वर्कर्स में बढ़ता पॉजिटिविटी रेट काफी गंभीर है। हॉस्पिटल पर इसका दबाव पड़ सकता है। इसे लेकर डॉ. अग्रवाल ने कहा कि कोविड बढऩे के साथ ही हमने कई नॉन कोविड सर्विस बंद कर दी हैं, ताकि हमारी कोविड केयर सर्विस पर इसका असर न हो। हम मैन पॉवर का काफी सोच समझ कर इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन अगर ऐसे में हैल्थ केयर वर्कर्स पॉजिटिव होते रहें तो उन्हें ऑफ ड्यूटी रखना पड़ेगा। नॉन-कोविड मरीजों को सर्विस दे रहे स्टाफ पर काम का दबाव ज्यादा होगा।  जिस तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में एक्टिव केस बढ़ेंगे और उसके साथ ही हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या भी बढ़ेगी। यह एक बड़ी चिंता की बात है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें कोई बीमारी है। 

 


वायरस को अभी कोविड-19 के रूप में देख रहे हैं 
एक्सपर्ट्स की मानें तो इस वक्त कम्युनिटी में डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों ही एक्टिव हैं, इसलिए कुछ मरीजों में ऑक्सीजन की गिरावट देखने को मिल सकती है, जो अभी तक नहीं देखी गई है। इस पर डॉ. अग्रवाल का कहना है कि कम्युनिटी में डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों ही एक्टिव हैं। इसे लेकर हमारे पास कोई डाटा नहीं है। ऐसे में कौन ज्यादा एक्टिव है और कौन नहीं, यह कहना अभी मुश्किल है। हम वायरस को कोविड-19  के रूप में देखना जारी रख रहे हैं न कि डेल्टा या ओमिक्रॉन के रूप में। जहां तक मरीजों में ऑक्सीजन लेवल का कम होने की बात है तो मौजूदा वक्त में ऐसे मरीजों की अभी कमी है। कोविड की दूसरी लहर में मरीजों के ऑक्सीजन में काफी गिरावट देखी गई थी। इस बार ऐसा होगा या नहीं, यह अभी कहना थोड़ी जल्दबाजी होगी। मौजूदा वक्त में हमारे साथ पास 144 कोविड मरीजों में से 10 को वैंटिलेटर पर रखा गया है और 10 मरीज ऑक्सीजन सप्लीमैंट पर हैं।


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News Editor

Ajay Chandigarh

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