गुटबाजी के साथ ही हरियाणा कांग्रेस चंडीगढ़ व एस.वाई.एल. निर्माण की लड़ाई सदन से लेकर सड़क तक लडऩे को तैयार

punjabkesari.in Tuesday, Apr 05, 2022 - 12:37 AM (IST)

चंडीगढ़, (बंसल): हरियाणा में 3 दिन से एक मुद्दा गर्म हो गया है और अधिकांश राजनीतिक दलों को इन मुद्दों के सहारे प्रदेश के लोगों के बीच अपनी आवाज बुलंद करने का मौका भी मिल गया है। चंडीगढ, एस.वाई.एल. के मुद्दे को लेकर कांग्रेस गुटबाजी के साथ सदन से लेकर सड़क तक लड़ाई के लिए तैयार है। इन मुद्दों पर लड़ाई लडऩे के लिए नेता प्रतिपक्ष भूपेन्द्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कु्.शैलजा ने अलग-अलग बैठकें करके शक्ति प्रदर्शन किया। हुड्डा ने दिल्ली में विधायक दल की बैठक में तो कु.शैलजा ने कुछ विधायकों संग व पार्टी में अपने समर्थकों के साथ चंडीगढ में बैठक कर रणनीति तैयार की। यहां बता दें कि कांग्रेस प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल के समक्ष पार्टी के नेताओं ने संगठन न होने का दुख व्यक्त किया।

 


चंडीगढ़ में बैठक में पहुंचे 5 विधायक
चंडीगढ़ की बैठक में कांग्रेस के 4 विधायक शैली गुर्जर, रेणु बाला, शमशेर सिंह गोगी व शीशपाल केहरवाला मौजूद थे। डबवाली विधायक अमित सिहाग, रादौर विधायक बिशनलाल सैनी व मुलाना विधायक वरुण चौधरी भी आए थे, लेकिन 5-10 मिनट बाद ही वे चले गए। हुड्डा द्वारा नई दिल्ली में अलग से बैठक करने से जुड़े सवाल पर विवेक बंसल ने कहा कि लोकसभा चल रही है, ऐसे में हुड्डा वहां आवाज उठा रहे हैं। प्रदेश सरकार पर दबाव बनाने के लिए चंडीगढ़ में बैठक की है। किसी तरह का विवाद नहीं है’। जब उनसे पूछा कि विधायक दल की बैठक नई दिल्ली में है तो 4 विधायक यहां क्यों हैं। इस पर बंसल ने कहा कि इनके पारिवारिक कारण थे। पिछले लगभग 7 वर्ष से बिना संगठन के चल रही कांग्रेस को लेकर बंसल ने दोहराया कि जल्द ही इसका समाधान हो रहा है।

 


हुड्डा की बैठक में मौजूद रहे 26 विधायक
नई दिल्ली में हुई बैठक में हुड्डा समेत 26 विधायक मौजूद रहे। कुलदीप बिश्नोई इस बैठक में मौजूद रहे, जबकि पूर्व मंत्री व तोशाम विधायक किरण चौधरी ने दोनों ही बैठकों से दूरी बनाकर रखी। राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी बैठक में मौजूद रहे। उनके अलावा विधायक गीता भुक्कल, शकुंतला खटक, आफताब अहमद, बीबी बतरा, नीरज शर्मा, वरुण चौधरी, मोहम्मद इलियास, अमित सिहाग, राजेंद्र जून, धर्म सिंह छोक्कर, सुरेंद्र पवार, मामन खान, जगबीर मलिक, इंदू राज नरवाल, कुलदीप वत्स, राव दान सिंह, डॉ़ रघुवीर सिंह कादियान, जयवीर वाल्मीकि, सुभाष गंगौली, चिरंजीव राव, बिशनलाल सैनी, मेवा सिंह, बलबीर सिंह वाल्मीकि नई दिल्ली की बैठक में पहुंचे। 

 


कांग्रेस पार्टी हर स्तर पर हरियाणा के अधिकारों की लड़ाई लड़ेगी : कु.शैलजा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कु.शैलजा ने कहा कि हरियाणा कांग्रेस का हर नेता व कार्यकत्त चंडीगढ़ और एस.वाई.एल. के मुद्दे पर सड़क से लेकर सदन तक और सदन से लेकर राज्यपाल तक अपनी आवाज बुलंद करने को तैयार है। कांग्रेस हर स्तर पर हरियाणा के अधिकारों की लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी ने प्रदेश में ‘पैदल यात्रा’ करने का भी निर्णय लिया है। इसका शैड्यूल अभी तक होना है। इसी मुददे को लेकर 11 से 13 अप्रैल के बीच प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर वरिष्ठ कांग्रेसजन प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। 7 अप्रैल को चंडीगढ़ स्थित कार्यालय पर कांग्रेस कार्यकत्र्ता एकत्रित होकर बढ़ती मंहगाई को लेकर प्रदर्शन करेंगे।

 

पूर्णता: असंवैधानिक है पंजाब सरकार का प्रस्ताव, यह सिर्फ राजनीतिक जुमला: हुड्डा
नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में पंजाब सरकार द्वारा विधानसभा में चंडीगढ़ को लेकर पास किए गए प्रस्ताव पर कड़ी आपत्ति जाहिर की गई। विधायक दल ने एकमत से कहा कि चंडीगढ़ हरियाणा की राजधानी थी, है और रहेगी। प्रदेश के अधिकारों का संरक्षण करने के लिए राज्यपाल से लेकर राष्ट्रपति तक से मुलाकात की जाएगी। साथ ही एक बार फिर प्रधानमंत्री से मिलने का समय भी मांगा जाएगा। बैठक के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पत्रकारों को बताया कि पंजाब के साथ हरियाणा के तीन मसलों को लेकर विवाद है। पहला एसवाईएल का पानी, दूसरा हिंदी भाषी क्षेत्र और तीसरा राजधानी। हमारी प्राथमिकता है कि सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक हरियाणा को एस.वाई.एल. का पानी मिले। उसके बाद बाकी मसलों पर भी बातचीत हो।

 


बी.बी.एम.बी. में हरियाणा और पंजाब की स्थाई सदस्यता खत्म किए जाने का भी किया गया विरोध:
हुड्डा ने कहा कि विधायक दल की बैठक में भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बी.बी.एम.बी.) में हरियाणा और पंजाब की स्थाई सदस्यता खत्म किए जाने का भी विरोध किया गया। भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड में पहले सदस्य(पावर) पंजाब से और सदस्य(सिंचाई) हरियाणा से होते थे। लेकिन, संशोधित नियम में यह अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। संशोधित नियमों के मुताबिक अब सदस्य किसी भी राज्य से हो सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो बोर्ड में हरियाणा के हित सुरक्षित नहीं रह पाएंगे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हरियाणा विधानसभा के विशेष सत्र में प्रदेशहित में जो भी प्रस्ताव लाया जाएगा, कांग्रेस उसका पुरजोर तरीके से समर्थन करेगी। लेकिन, अगर कहीं भी हरियाणा का अहित दिखाई दिया तो उसपर विरोध भी दर्ज करवाया जाएगा। क्योंकि, पंजाब सरकार ने विधानसभा में जो प्रस्ताव पास किया है वह हरियाणा के अधिकारों के विरुद्ध है और पूर्णत: असंवैधानिक है। हुड्डा ने इसे राजनीतिक जुमला करार दिया है। उनका कहना है कि प्रदेशहित में अगर कोई भी कुर्बानी देनी पड़ी तो वो उसके लिए तैयार हैं। सिर्फ राजनीतिक दल ही नहीं बल्कि हर हरियाणवी इस मसले पर एकजुट है।
 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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