आंदोलन में शहीद किसानों के परिजनों को मुआवजा दे सरकार : रेढू

punjabkesari.in Saturday, Feb 20, 2021 - 07:16 PM (IST)

चंडीगढ़, (पांडेय): हरियाणा किसान यूनियन ने कृषि कानूनों के मुद्दे पर केंद्र सरकार के विरूद्ध मोर्चा खोलते हुए कहा कि 26 जनवरी को लाल किले पर हुई घटना की जहां स्वतंत्र एजैंसी के माध्यम से जांच होनी चाहिए, वहीं इस मामले में गिरफ्तार किए गए किसानों को बिना किसी देरी के छोडऩा चाहिए। यूनियन ने कहा कि किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिजनों को मुआवजा देना चाहिए। एक सवाल पर यूनियन नेताओंं ने कहा कि भविष्य में प्रदेश में कई महापंचायत का कार्यक्रम तय हुआ है, जिसे संयुक्त किसान मोर्चा की सहमति के बाद किया जाएगा।

 


चंडीगढ़ प्रैस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में यूनियन के प्रधान रणधीर सिंह रेढू, अर्थशास्त्री प्रो.रघबीर चंद गोयल तथा बलजीत सिंह ईगराह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज तक कभी भी किसी अहिंसक प्रजातांत्रिक आंदोलन में हिस्सा नहीं लिया इसलिए वह किसानों के मन को नहीं समझ सके। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा शांतिपूवर्क आंदोलन कर रहे किसानों को देशद्रोही, खालिस्तानी कहना निंदनीय है। यूनियन नेताओं ने कृषि कानूनों को वापस लिए जाने, गिरफ्तार किसानों को तुरंत रिहा किए जाने, किसान आंदोलन के दौरान अब तक शहीद हुए किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि सरकार ने हरियाणा में कई दिनों तक इंटरनैट सेवाएं बाधित करके आमजन को नुकसान पहुंचाया है। 
भविष्य में सरकार अगर ऐसी कोई कार्रवाई करती है तो हरियाणा किसान यूनियन इसका कड़ा विरोध करेगी। रेढू ने कहा कि तीन महीने से आंदोलन कर रहे किसान मानसिक दबाव में हैं। जिस कारण वह आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे हैं। रेढू ने कहा कि उनका संगठन धरना स्थलों पर जाकर काऊंसलिंग का प्रबंध करेगा।


‘कृषि मंत्री दलाल का बयान गैर जिम्मेदाराना’
हरियाणा के कृषि मंत्री द्वारा किसानों के विरूद्ध दिए गए बयान को पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना करार देते हुए रेढू ने कहा कि कृषि मंत्री को बिना किसी देरी के मंत्री पद से हटाया जाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा किसान यूनियन के कार्यकत्र्ता जल्द गांव-गांव जाकर न केवल किसानों को जागरूक करेंगे बल्कि किसानों की कर्ज माफी के लिए भी अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूनियन द्वारा जल्द आई.टी. सैल का गठन करके किसानों को सोशल मीडिया के साथ जोड़कर न केवल महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएंगी बल्कि संगठन से जुड़े वकीलों द्वारा किसानों को मुफ्त परामर्श भी दिया जाएगा।


‘अभय का इस्तीफा राजनीति से प्रेरित, दुष्यंत को गांवों में नहीं घुसने देंगे किसान’ 
यूनियन नेताओं ने इनैलो नेता अभय सिंह चौटाला के विधायक पद से दिए गए इस्तीफे को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा कि यह इस्तीफा सिर्फ राजनीति चमकाने के लिए दिया गया है। वहीं उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और जजपा पार्टी के बारे में उन्होंने कहा कि इन लोगों का तो अब गांवों में घुसना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि यदि दुष्यंत की ओर से कुर्सी का मोह छोड़ दिया जाता तो अब तक किसानों की मांगे पूरी हो जाती।


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Content Writer

Vikram Thakur

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