नई एक्साइज पॉलिसी : धनास के ठेके का रिजर्व प्राइस सबसे अधिक 7.95 करोड़ रुपए

punjabkesari.in Sunday, Mar 07, 2021 - 11:16 PM (IST)

चंडीगढ़ (राजिंद्र शर्मा): यू.टी. प्रशासन के एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमैंट द्वारा एक्साइज पॉलिसी 2021-22 जारी करने के बाद अब ठेकों की अलॉटमैंट के लिए ई-टैंडरिंग प्रक्रिया 10 मार्च से शुरू की जाएगी, जिसमें धनास के ठेके का रिजर्व प्राइस सबसे अधिक 7.95 करोड़ तय किया गया है। पिछली बार सैक्टर-9 की इंटरनल मार्कीट का ठेका सबसे अधिक 7.56 करोड़ रुपए में नीलाम हुआ था लेकिन इस बार धनास के ठेके का रिजर्व प्राइस भी इससे अधिक तय किया गया है। जानकारों का कहना है कि धनास के साथ ही न्यू चंडीगढ़ की सीमाएं लगती हैं। चंडीगढ़ में हमेशा से ही दूसरे राज्यों के मुकाबले शराब सस्ती रही है। यही कारण है कि इस ठेके का अधिक रिजर्व प्राइस अधिक रखा गया है, क्योंकि इसे लेने के लिकर वैंडर अधिकतम बोली लगाएंगे। 

 


लिकर वैंडर को 10 ठेकों की अलॉटमैंट का अधिकार 
इस बार पॉलिसी में 700 करोड़ रुपए राजस्व दर्शाया गया है। प्रशासन ने एकाधिकार की प्रैक्टिस को रोकने के लिए इस बार तय किया है कि एक व्यक्ति या लिकर वैंडर को 10 ठेकों की अलॉटमैंट का ही अधिकार होगा। बता दें कि ठेकों की अलॉटमैंट के लिए लिकर वैंडर 10 मार्च से ऑनलाइन बिड सबमिट कर सकेंगे और 18 मार्च को ऑनलाइन बिड सबमिट करने का अंतिम दिन होगा। इसी दिन टैक्निकल बिड ओपन की जाएगी, जबकि 19 मार्च को पार्क व्यू होटल में फाइनेंशियल बिड ओपन की जाएगी। जिसमें साफ हो जाएगा कि कौन सा ठेका किस ठेकेदार ने अधिकतम बोली लगाकर अपने नाम कर लिया। 


इन ठेकों का रिजर्व प्राइस भी अधिक 
इसके अलावा जिन ठेकों का रिजर्व प्राइस अधिक हैं, उनमें खुड्डा लाहौरा, खुड्डा जस्सू मध्यमार्ग पर ठेके का रिजर्व प्राइस 6.75 करोड़ रुपए तय किया गया है। साथ ही सैक्टर-30 मार्कीट के ठेके का रिजर्व प्राइस 6.40 करोड़ और सैक्टर-9 इंटरनल मार्कीट के ठेके का रिजर्व प्राइस 6.10 करोड़ रुपए निर्धारित किया गया है। इसके अलावा ई-टैंडरिंग प्रक्रिया की अलॉटमैंट में भाग लेने के लिए इच्छुक वैंडर अपने आप को विभाग की वैबसाइट पर जाकर रजिस्टर्ड कर सकते हैं। एक्साइज एंड टैक्सेशन ऑफिस में बिडरों की सहायता के लिए एक हैल्प डेस्क भी स्थापित कर दिया गया है। 12 और 15 मार्च को विभाग द्वारा बिडरों के लिए एक वर्कशॉप का भी आयोजन किया जाएगा, ताकि वे ई-टैंडरिंग प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझ सकें। 


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News Editor

AJIT DHANKHAR

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