स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट : पायलट प्रोजैक्ट का काम पूरा, पांच सैक्टरों और 6 गांवों में लगाए स्मार्ट मीटर

punjabkesari.in Saturday, May 07, 2022 - 08:21 PM (IST)

चंडीगढ़,(राजिंद्र शर्मा): यू.टी. प्रशासन ने शहर में स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट के पायलट प्रोजैक्ट का काम पूरा कर लिया है, जिसके तहत पांच सैक्टरों और 6 गांवों में 24 हजार स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। अब इन एरिया में विभाग को मैनुअल मीटर रीडिंग की जरूरत नहीं है। साथ ही अगर कोई अब मीटर के साथ छेड़छाड़ करेगा तो तुरंत विभाग को जानकारी मिल जाएगी। जनवरी, 2020 में मीटर लगाने का काम शुरू किया गया था, जिसे कई बार नई डैडलाइन तय करने के बावजूद देरी से पूरा किया गया है। इस संबंध में प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट के पायलट प्रोजैक्ट का काम पूरा कर लिया है। पूरे शहर में स्मार्ट मीटर लगाने की परियोजना पर केंद्र सरकार की तरफ से अप्रूवल आएगी, जिसके बाद ही इस पर काम शुरू हो पाएगा। उन्होंने बताया कि सैक्टर-18 में सकाडा सैंटर का काम पहले ही पूरा कर लिया था। बता दें कि मिनिस्ट्री ने स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट के तहत पूरे शहर में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए गत वर्ष मई माह में फंड अप्रूव कर किया था, लेकिन बावजूद इसके इस प्रोजैक्ट पर काम स्लो चल रहा है।

 

पहले जून, 2020 तक विभाग ने पायलट प्रोजैक्ट का काम पूरा करना था, लेकिन कोरोना के चलते इसमें देरी होती गई। पूरे शहर के लिए करीब 241 करोड़ रुपए में स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट का काम कंप्लीट करना है। ये नया इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करने के बाद लोगों को बिजली कट से छुटकारा मिलेगा, क्योंकि इससे लोड भी कम हो जाएगा। अभी फिलहाल पुरानी वायर होने के चलते लोड बढ़ता जा रहा है, जिससे हमेशा लोगों को बिजली कट का सामना करना पड़ता है। 


इन सैक्टरों और गांवों में पूरा हुआ काम 
पायलट प्रोजैक्ट के तहत विभाग की सब डिवीजन नंबर 5 के अंदर पहले ये सभी स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। इसके अंदर जो सैक्टर और गांव आते हैं, उनमें इंडस्ट्रीयल एरिया फेज-1, 2, सैक्टर-29, 31, 47, 48, राम दरबार, गांव फैदां, हल्लोमाजरा, बहलाना, रायपुर कलां, मखनमाजरा और दड़वा आदि गांव शामिल हैं। इसे एडवांस्ड मिटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर नाम दिया गया है।

 


बिजली चोरी का लग जाएगा पता 
इस पायलट प्रोजैक्ट का कंट्रोल बिजली विभाग में सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्यूजेशन (सकाडा) से किया जा रहा है। प्रशासन ने स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट के तहत सैक्टर-18 में सकाडा सैंटर बनाया है। इस कंट्रोल रूम में अब लाइन टूटने या फॉल्ट का भी पता लगता रहेगा। सकाडा से ही संबंधित एस.डी.ओ. को डायरैक्शन होगी। इसमें एरिया के उपभोक्ता की बिजली चली जाने पर दूसरे सब स्टेशन से जोड़ी जाएगी। स्मार्ट मीटर का कंट्रोल बिजली विभाग के ऑफिस में होगा, बिलिंग भी सकाडा रूम से ही जेनरेट हो सकेगी। स्मार्ट मीटर लगने से अब बिजली चोरी का पता सकाडा में कंप्यूटर पर बैठे कर्मचारी को लग सकेगा। 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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