चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहाकार धर्मपाल की फोटो वाट्सएप पर लगाकर ठगी की कोशिश

punjabkesari.in Sunday, Jun 05, 2022 - 08:50 PM (IST)

चंडीगढ़,(सुशील राज):चंडीगढ़ पुलिस के डी.जी.पी. प्रवीन रंजीन की फोटो व्हाट्सएप पर लगा अमेजन वाऊचर मांगने का मामला अभी सुलझा नहीं था कि ठगों ने चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहाकार धर्मपाल की फोटो व्हाट्सएप पर लगाकर अमेजन वाऊचर मांग डाले। चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहाकार धर्मपाल द्वारा अमेजन वाउचर मांगने का मैसेज आते ही हड़कंच मंच गया और लोगों ने मामले की जानकारी उन्हें दी। उन्होंने तुंरत चंडीगढ़ पुलिस के एस.एस.पी. को जांच कर ठगों को पकडऩे के आदेश दिए। चंडीगढ़ पुलिस के साइबर सैल की टीम चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहाकार धर्मपाल की फोटो लगाने वाले नंबर की कॉल डिटेल और मालिक का पता लगाने में जुटी हुई है। 

 


चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहाकार धर्मपाल की फोटो व्हाट्सएप पर लगाकर मोबाइल नं. से प्रशासन के अफसरों ओर जानकारों के पास अमेजन वाऊचर मांगने का मैसेज रविवार को मोबाइल फोन पर गया। अफसरों ने वाट्सअप पर आए मैसेज खोलकर देखा तो अमेजन वाऊचर मांगने का मैसेज था। व्हाट्सएप पर फोटो चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहाकार धर्मपाल की लगी हुई थी। लेकिन मोबाइल फोन नंबर प्रशासक के सलहाकार धर्मपाल का नहीं था। अफसरों ने तुंरत मामले की जानकारी चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहाकार धर्मपाल को दी गई। इसके साथ जिस नंबर से अमेजर वाऊचर मांगे गए उस नंबर के स्क्रीन शॉट लेकर भेजे गए। प्रशासक के सलाहाकार ने स्क्रीन शॉट देखने के बाद ठगी की कोशिश करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए एस.एस.पी. को आदेश दिए। एस.एस.पी. ने तुरंत उक्त मोबाइल नंबर के मालिक का पता लगाने में जुट गई है। 

 

 

विदेश में बैठे करते हैं लोग ठगी 
साइबर सैल की अभी तक जांच में सामने आया कि विदेश में बैठे लोग आला अफसरों की फोटो व्हाट्सएप पर फोटो लगाकर ठगी करते हैं। आरोपी ठगी करने के लिए अलग-अलग देशों का वी.पी.एन. नंबर का इस्तेमाल करते हंै। साइबर सैल जब आई.पी. एड्रैस पता करती है तो वह विदेश की पाई जाती है। हाल ही में डी.जी.पी. की व्हाट्सएप पर फोटो लगाकर अमेजन वाऊचर मांगने वाला मलेशिया में बैठकर ठगी की वारदात को अंजाम देता हुआ पाया गया। 

 

आला अफसरों की व्हाट्सएप पर डी.पी. लगाकर हो चुकी है ठगी 
साइबर ठगों ने चंडीगढ़ के जज, डाक्टर और आला अफसरों की फोटो व्हाट्सएप पर लगाकर ठगी की कोशिश कर चुके हंै। ठगी का तरीका सभी का एक जैसा है। सभी ने अमेजर वाऊचर मांगे थे। साइबर सैल ने मामले दर्ज किए,लेकिन अभी तक एक भी ठग को पकड़ नहीं सकी। पुलिस हवाला देती है कि विदेश में बैठकर लोग ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हंै। आखिर विदेश में बैठे ठगों को पुलिस कैसे पकड़े। सावधानी ही लोगों को ठगी से बचा सकती है। 

 

नहीं सुलझा कोई केस
-चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित के प्रधान सचिव जे.एम. बालामुर्गन की 18 अप्रैल को फोटो व्हाट्सएप पर डी.पी. लगाकर पंजाब के एस.पी. से एक लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई थी। आरोपियों ने अमेजन के 10-10 हजार रुपए के 10 बाऊचर एस.पी. से मंगवा लिए थे। एस.पी. जयदेव प्रशासक की सुरक्षा दस्ते के प्रभारी हंै। 
-पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रवि शंकर की 24अप्रैल  व्हाट्सएप पर फोटो लगाकर अमेजन वाऊचर मांगकर ठगी की कोशिश की गई थी। 
-चंडीगढ़ पुलिस के डी.जी.पी. प्रवीन रंजन की 28 मई  फोटो व्हाट्सएप पर लगाकर अमेजर वाऊचर मांगकर ठगी की कोशिश की थी। उन्होंने खुद ही ट्विटर पर ठगी की कोशिश की जानकारी लोगों से सांझा की थी। 
-पी.जी.आई. के डायरैक्टर प्रोफैसर विवेक लाल की 17 अप्रैल को फोटो व्हाट्सएप पर लगाकर रिटायर हुए तीन डाक्टर को मैसेज भेजकर अमेजन वाऊचर मांगकर ठगी की कोशिश की थी। 


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News Editor

Ajay Chandigarh

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