जी.पी.एस. की मदद से ट्रैक किया जा रहा कोविड वेस्ट

punjabkesari.in Tuesday, Jun 09, 2020 - 11:57 AM (IST)

चंडीगढ़ (गौड़) : चंडीगढ़ में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं । हालांकि शहर के लोगों के लिए राहत की बात यह है कि एक्टिव केस पहले के मुकाबले काफी कम रह गए हैं, जिसका नतीजा यह हुआ कि चंडीगढ़ में पहले की तुलना में रोजाना कोविड वेस्ट की मात्रा अब घट रही है। दूसरीओर कोविड वेस्ट को डिस्पोज करने प्रक्रिया में एक छोटी सी चूक पूरे शहर के लोगों के लिए खतरा बन सकती है। यही कारण है कि चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (सी.पी.सी.सी.) की ओर से उन सभी वाहनों को जी.पी.एस. की मदद से ट्रैक किया जा रहा है जिनकी ड्यूटी इस काम पर लगाई गई है। पूरा कोविड वेस्ट इंडस्ट्रीयल एरिया के प्लॉट नंबर-9 में भेजा जा रहा है। 

 

जहां इसे नियम के अनुसार जलाया जाता है। अधिकारियों के अनुसार सभी वाहनों की लोकेशन हर समय ट्रैक की जाती है यह भी पूरी रिपोर्ट तैयार की जा रही है कि किन वाहनों से कितना कोविड वेस्ट इंडस्ट्रीयल एरिया भेजा गया। अस्पतालों और क्वॉरंटाइन सँंटर्स से लेकर इंडस्ट्रीयल एरिया तक वाहनों के हरेक मूवमैंट पर नजर रखी जा रही है। गौरतलब है कि इससे पहले भी कई बार शहर में बायोमैडीकल वेस्ट के खुले में गिराने के मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन कोविड वेस्ट की गंभीरता को देखते हुए इसे डिस्पोज कक लिए भी हाईटेक सिस्टम अपनाया गया है।

 

रोजाना लगभग 1000 किग्रा वेस्ट एकत्रित हो रहा
संक्रमित मरीज के इलाज के दौरान शहर में रोजाना लगभग 1000 किलोग्राम कोविड वेस्ट एकत्रित किया जा रहा है, जिसकी रिपोर्ट रोजाना सी.पी.सी.सी. की ओर कंपाइल की जा रही है। अगर जून के शुरुआती 7 दिन की बात की जाए तो कोविड वेस्ट की मात्रा 1 जून की तुलना में सात जून को कम हुई है। इस समय चंडीगढ़ के 14 अस्पतालों और वॉरंटाइन सैंटरों से रोजाना कोविड वेस्ट एकत्रित किया जा रहा है। 

 

कोविड वेस्ट को बायोमैडीकल वेस्ट से अलग रखकर उसके डिस्पोजल की प्रक्रिया भी अलग ही रहती है। इन्फोसिस फाऊंडेशन बिल्डिंग और बापूधाम कॉलोनी के सरकारी स्कूल को भी वॉरंटाइन सैंटर बनाया गया है, लेकिन अभी तक यहां से कोई भी कोविड वेस्ट सामने नहीं आया है।

 

मोबाइल एप्प में अपलोड किया जाता है सारा डाटा
कोरोना वायरस के संक्रमित मरीज सबसे अधिक पी.जी.आई. पहुंच रहे हैं। यही वजह है कि शहर के सभी अस्पतालों और वॉरंटाइन सैंटर्स की तुलना में पी.जी.आई. से सबसे अधिक कोविड वेस्ट निकल रहा है। दूसरे नंबर पर इस सूची में जी.एम.सी.एच.-32 है। सी.पी.सी.सी. रोजाना एक रिपोर्ट तैयार करके सी.पी.सी.बी. के पास भेजता है। सी.पी.सी.बी. की ओर से जारी की गई मोबाइल एप्लीकेशन में इस डाटा को अपलोड किया जाता है।


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pooja verma

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