आयुष डॉक्टर्स ने कोविड ड्यूटी के खिलाफ बजाया बगावत का बिगुल

punjabkesari.in Tuesday, May 26, 2020 - 02:37 PM (IST)

चंडीगढ़ (अर्चना) : चंडीगढ़ के आयुष डॉक्टर्स ने कोविड को लेकर बगावत का बिगुल बजा दिया है। उनकी मानें तो रैपिड रिस्पॉन्स टीम में 80 प्रतिशत आयुष डॉक्टर्स की ड्यूटी लगा दी गई है, जबकि एलोपैथिक डिस्पैंसरी के महज 20 प्रतिशत डॉक्टर्स को कोविड ड्यूटी दी गई है। आयुष डॉक्टर्स का कहना है कि कोविड सैंटर्स में भी आयुष डॉक्टर्स को कोरोना पेशैंट्स के नजदीक भेजा जा रहा है जबकि एलोपैथिक डॉक्टर्स दूर बैठे निर्देश जारी करते रहते हैं। 

आयुर्वेदिक डॉक्टर ने नाम न लिखे जाने की शर्त पर बताया कि रैपिड रिस्पॉन्स टीम में आयुष डॉक्टर्स को कोरोना संदिग्ध पेशैंट्स की स्क्रीनिंग के लिए जब भेजा जाता है तो बुखार के पेशैंट्स की थर्मल स्कैनिंग तो आयुष डॉक्टर्स को करने के लिए कहा जाता है लेकिन साथ ही सख्त हिदायत दी जाती है कि पेशैंट्स को आम दवा नहीं बल्कि दवा ही प्रिस्क्राइब करनी है। डॉक्टर का कहना है कि अगर नहीं कर सकते तो साथ में एलोपैथिक प्रशासन को लगता है कि आयुष डाक्टर की ड्यूटी तो लगा दो, उन्हें डॉक्टर्स आयुर्वेदिक दवा प्रिस्क्राइब टीम से क्यों दूर रखा जाता है ?

कोविड ड्यूटी से डर लगने लगा :
सैक्टर-22 सिविल अस्पताल, सैक्टर-45 सिविल अस्पताल, सैक्टर-6 जनरल अस्पताल और मनीमाजरा सिविल अस्पताल में भी आयुष डॉक्टर्स की ड्यूटी लगा रखी है और वहां के हालात ऐसे हैं कि फ्लू क्लीनिक में आने वाले बुखार के पेशैट्स को भी इलाज के लिए डॉक्टर्स के आगे कर दिया जाता है। 

डॉक्टर का कहना है कि उन्हें कोविड ड्यूटी करने से परहेज नहीं है लेकिन आयुष के डॉक्टर्स को कोविड से संबंधित ट्रेनिंग तो दी जाए ताकि डॉक्टर्स कोविड ड्यूटी करते हुए न घबराएं। मौजूदा समय में हालात ये हैं कि आयुष के डॉक्टर्स को ड्यूटी से डर लगने लगा है।

ड्यूटी के बाद नहीं किया जाता क्वॉरंटाइन :
पंचायत भवन हो या सूद भवन, सब जगह आयुष के डॉक्टर्स की ड्यूटी लगी हुई है। दूसरी डिस्पैंसरी के एलोपैथिक डॉक्टर्स की ड्यूटी भी तो लगनी चाहिए। सूद भवन में आयुष के डॉक्टर्स को पेशैंट्स देखने भेज दिया जाता है और खुद एलोपैथिक के डॉक्टर्स दूसरे लॉक में बैठे रहते हैं।

कोविड ड्यूटी में नैशनल हैल्थ मिशन के अंतर्गत काम करने वाले कॉन्ट्रैक्ट डॉक्टर्स की भी ड्यूटी लगाई गई है और रैगुलर डॉक्टर्स अगर कहीं कोविड ड्यूटी करते भी हैं तो उन्हें सात दिन की ड्यूटी के बाद अगले सात दिन के लिए क्वॉरंटाइन कर दिया जाता है, लेकिन आयुष के डॉक्टर्स को जब से लॉकडाऊन शुरू हुआ है, तब से ड्यूटी करवाई जा रही है।


 


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Priyanka rana

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