77 करोड़ रुपए में कचरे का पहाड़ हटाएगा निगम

punjabkesari.in Sunday, Jan 23, 2022 - 07:50 PM (IST)

चंडीगढ़, (राजिंद्र शर्मा) : डड्डूमाजरा डंपिंग ग्राऊंड में कचरे का पहाड़ बढ़ता जा रहा है, जिसे हटाने के लिए चंडीगढ़ नगर निगम ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। निगम ने 77 करोड़ रुपए की लागत से इस कचरे को हटाने का प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे अप्रूवल के लिए सोमवार को निगम हाऊस की बैठक में भी रखा जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्टेट लेवल टैक्निकल कमेटी ने भी इस प्रस्ताव को अप्रूव किया हुआ है, जिसे पहले ही आगे अप्रूवल के लिए केंद्र सरकार को भेजा गया है, ताकि निगम को इस काम के लिए राशि जारी की जा सकें।  


निगम के प्रस्ताव के अनुसार इस काम के लिए मशीनरी व स्टाफ की जरूरत है, जिसके लिए उन्हें फंड की आवश्यकता है। जिसके चलते ही उन्होंने केंद्र को प्रस्ताव भेजा हुआ है। डंपिंग ग्राऊंड में 7.67 लाख मीट्रिक टन कचरा पड़ा है, जो कचरे के पहाड़ का रूप धारण कर चुका है। इस कारण आसपास के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसके चलते ही बॉयो माइनिंग का ये प्रस्ताव तैयार किया गया है, ताकि आर.डी.एफ., सी.एंडडी. वेस्ट समेत अन्य कचरे को अलग-अलग किया जा सकें। इस एरिया की बॉयो माइनिंग से 80 करोड़ रुपए कीमत की 8 एकड़ भूमि को खाली कराया जा सकेगा। स्वच्छ भारत मिशन के तहत ही इस पूरे प्रोजैक्ट पर काम किया जाना है। इससे पहले भी डंपिंग ग्राऊंड से कचरे को हटाने के लिए काम किया जा रहा है, लेकिन उसके अधिक रिजल्ट न मिलने के चलते ही निगम कचरे के पहाड़ को आगे हटाने के लिए इस प्रोजैक्ट पर काम करने की तैयारी कर रहा है। 


ड्राई वेस्ट की प्रोसैसिंग के लिए निगम गारबेज प्लांट को करेगा अपग्रेड  
इसके अलावा निगम गारबेज प्रोसैसिंग प्लांट को अपग्रेड भी करने जा रहा है, जिसके तहत प्लांट की मशीनरी बदली जाएगी। इस काम के लिए 6 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसे भी अप्रूवल के लिए निगम सदन की बैठक में रखा जाएगा। प्लांट अपग्रेड करने के बाद ड्राई वेस्ट को प्रोसैस किया जा सकेगा, क्योंकि प्लांट के सही रूप से काम न करने के चलते डंपिंग ग्राऊंड में कचरा गिराना पड़ रहा है। शहर में प्रतिदिन 500 टन कचरा निकलता है, जिसमें से प्लांट की खस्ता हालत होने के कारण सिर्फ 100 टन कचरा ही प्रोसैस किया जा रहा है। बाकी कचरा डंपिंग ग्राऊंड में सीधा जा रहा है।

 

बता दें कि नगर निगम ने जून, 2020 में जे.पी. प्लांट को अपने कब्जे में ले लिया था। उसके बाद निगम ने दावा किया था कि कचरे का निस्तारण कर देंगे, मगर मशीनों की क्षमता कम होने के कारण निगम 500 टन में से मात्र 40 प्रतिशत कचरा ही निस्तारित कर सका। इस समय गारबेज प्लांट नगर निगम खुद ही चला रहा है। जबकि पहले तक यह प्लांट जे.पी. कंपनी चलाती थी। इस काम के लिए जो भी एजैंसी फाइनल की जाएगी, वो प्लांट के रिपेयर के बाद एक साल तक इसे चलाएगी, जिसे दो साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।


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News Editor

Vikash thakur

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