कोरोना वायरस : फिलहाल हर्ड इम्युनिटी से दूर है चंडीगढ़

punjabkesari.in Sunday, Oct 04, 2020 - 12:23 AM (IST)

चंडीगढ़, (रवि पाल): कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ महीनों से कहा जा रहा था कि चंडीगढ़ हर्ड इम्युनिटी की ओर बढ़ रहा है लेकिन फिलहाल शहर इससे बहुत दूर है। पी.जी.आई. की ओर से शहर में किए जा रहे सीरो सर्वे के शुरूआती रिजल्ट सामने आए हैं, जिसमें पता चला है कि महज 7.6 प्रतिशत लोगों में ही एंटीबॉडी मिली है। अभी तक 66 लोगों की स्क्रीनिंग हुई है। 
इन लोगों में कोरोना हुआ और बिना किसी सिम्टम्स के बॉडी ने उसे एंटीबॉडी बनाकर ट्रीट कर दिया। यानी कि शहर में ज्यादा लोग अभी तक वायरस से बचे हुए हैं। हालांकि पी.जी.आई. के वायरोलॉजी डिपार्टमैंट की प्रो. मिनी पी. सिंह कहती हैं कि सर्वे अभी अपने शुरुआती स्टेज में है। ऐसे में हर्ड इम्युनिटी के बारे में कहना सही नहीं होगा। सर्वे अभी शुरू हुआ है। एडमिस्ट्रेशन से इसके बारे में बात की जाएगी। ज्यादा से ज्यादा लोगों पर इसे करने के बाद ही इसके बारे में सही से कहा जा सकता है। 

5 वॉलंटरी लोगों में मिली एंटीबॉडी
पी.जी.आई. में चल रहे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन कोविशिल्ड के ट्रायल के लिए 66 वॉलंटरी लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। इसमें से 5 लोगों की बॉडी में एंटीबॉडी पाई गई है। इनको कोरोना हुआ लेकिन इन्हें खुद पता नहीं चला। वायरोलॉजी डिपार्टमैंट ने कोविड को मात दे चुके 80 लोगों की भी टैस्ंिटग की, जिन्होंने पी.जी.आई. में प्लाज्मा डोनेट किया है। इनमें से 66 यानी 85.5 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी पाई गई है।


क्या है सीरो सर्वे
इस सर्वे से यह पता लगाया जाता है कि कितनी आबादी कोरोना से संक्रमित हुई है। कह सकते हैं कि कितने प्रतिशत लोगों में कोरोना के प्रति हर्ड इम्युनिटी विकसित हुई है। सीरो सर्वे में किसी क्षेत्र में रहने वाले कई लोगों के खून के सीरम की जांच की जाती है। लोगों के शरीर में कोरोना वायरस से लडऩे वाले एंटीबॉडी की मौजूदगी के साथ ही यह पता चल जाता है कि कौन-सा शख्स इस वायरस से संक्रमित था और फिलहाल ठीक हो चुका है। ज्यादा लोगों में एंटीबॉडी मिलने का मतलब हर्ड इम्युनिटी की तरफ बढऩे का इशारा होगा लेकिन यह तभी माना जाएगा जब कम से कम 60 से 70 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी विकसित हो जाए।


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AJIT DHANKHAR

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