ओम प्रकाश चौटाला की सजा के लिए पूर्ण रूप से कांग्रेस है दोषी : अभय चौटाला

punjabkesari.in Friday, Jul 02, 2021 - 07:48 PM (IST)

चंडीगढ़, (बंसल): इनैलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि ओम प्रकाश चौटाला की रिहाई की सूचना जब आई थी तो सबसे ज्यादा तकलीफ कांग्रेस के लोगों को हुई थी। उन्होंने कहा कि उस समय केंद्र की कांग्रेस सरकार ने सी.बी.आई. से मिलकर चौटाला को सजा करवाई थी। वह आज पार्टी प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। कांगे्रस के कुछ विधायकों द्वारा उन पर इल्जाम लगाने के जवाब में उन्होंने कहा कि उनकी मजबूरी थी, उन्हें जैसे हुड्डा ने समझाया था, उन्होंने वही कह दिया। पूर्ण रूप से ओम प्रकाश चौटाला की सजा के लिए कांग्रेस दोषी है। जहां कांग्रेस दोषी है, वहीं आम आदमी पार्टी की सरकार भी दोषी है, जिन्होंने चौटाला की रिहाई जो अढ़ाई साल पहले हो जानी चाहिए थी, उसे नहीं होने दिया। सभी शर्तें पूरी करने के बावजूद भी अन्य कैदियों को छोड़ दिया गया, लेकिन इनैलो सुप्रीमो को रिहा नहीं किया गया। जेल अधीक्षक द्वारा जारी किए गए प्रमाण पत्र में ओम प्रकाश चौटाला को जेल के नियमों की पालना करने वाला और बेहद उम्दा व्यवहार वाला व्यक्ति बताया गया। 

 


अभय चौटाला ने कांग्रेस द्वारा संजीव कुमार का जिक्र करने पर कहा कि संजीव कुमार ने उस समय, जो शिक्षा विभाग में डायरैक्टर के पद पर थे स्कूल के बच्चों के लिए डैस्क खरीदने में धांधली की थी, जिस कारण से चौटाला ने उन्हें सस्पैंड कर दिया था। भूपेंद्र हुड्डा, रणदीप सुर्जेवाला और करण दलाल ने मिलकर संजीव कुमार को झांसे में लेकर ओम प्रकाश चौटाला पर झूठे इल्जाम लगवाए। 


उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश में साफ-साफ लिखा है कि यह साबित नहीं होता कि किसी अलमारी का ताला तोड़ा गया, पैसे का लेन-देन किया गया या नौकरी की किसी फाइल को इधर से उधर किया गया। देखने वाली बात है कि रजनी सेखरी सिब्बल जो कि कपिल सिब्बल की रिश्तेदार है ने उस वक्त 161 के बयान में किसी का नाम नहीं लिया था। कोर्ट में सी.बी.आई. द्वारा चार्जशीट दायर की गई थी तब भी ओम प्रकाश चौटाला, अजय सिंह और शेर सिंह बड़शामी का नाम दर्ज नहीं था। भूपेंद्र हुड्डा दो बार सी.बी.आई. डायरैक्टर से मिले उसके बाद एडिशनल/सप्लीमैंट्री चार्जशीट में 120बी में तीनों का नाम शामिल किया गया। 


‘जजपा ने जींद उपचुनाव के दौरान चौटाला की फरलो को भी कैंसिल करवा दिया था’
इनैलो नेता ने अजय सिंह चौटाला, दुष्यंत एवं दिग्विजय पर कहा कि ओम प्रकाश चौटाला का एक्सीडैंट में हाथ फ्रैक्चर हुआ, तब तीनों अस्पताल में मिलने तक नहीं गए और न ही उनका हालचाल पूछा। जींद उपचुनाव में जजपा और आम आदमी पार्टी का समझौता था जिस कारण इनैलो सुप्रीमो की मंजूर फरलो को भी कैंसिल करवा दिया था और आधी रात को अस्पताल से जेल भिजवा दिया था। दुष्यंत ने आम आदमी पार्टी से मिलकर यहां तक भी शर्तें लगवा दी थी कि जब तक जींद उपचुनाव नहीं हो जाता तब तक इनैलो सुप्रीमो को फरलो न दी जाए। उन्होंने कहा कि आज 47 डिग्री तापमान होते हुए भी हजारों की संख्या में लोग इनैलो सुप्रीमो का स्वागत करने पहुंचे और एक ही नारा लगाया कि ‘हरियाणा आपके नेतृत्व में चुनाव लडऩा चाहता है।’ उन्होंने कहा कि इनैलो सुप्रीमो अपने फैसले खुद निर्धारित करते हैं। उन्होंने निर्णय लिया है कि वह टिकरी, सिंघू, गाजीपुर, शाहजहां पुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन को समर्थन देने किसानों के बीच पहुंचेंगे।


‘पाबंदी नहीं हुई तो इनैलो सुप्रीमो ऐलनाबाद से लड़ेंगे चुनाव’
इनैलो सुप्रीमो के चुनाव लडऩे के सवाल पर अभय ने कहा कि अगर कोई पाबंदी न हुई तो इनैलो सुप्रीमो ऐलनाबाद से चुनाव लड़ेंगे, यह सीट तो इनैलो सुप्रीमो की ही थी, मैंने तो उनकी गैर-मौजूदगी में इसे संभाला था। उन्होंने सिक्किम के मुख्यमंत्री का उदाहरण देते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने उन्हें 13 महीने बाद ही चुनाव लडऩे की इजाजत दे दी थी। इनैलो नेता ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर का तो पता नहीं आएगी कि नहीं लेकिन ओम प्रकाश चौटाला के रिहा होने से इनैलो की हरियाणा में सुनामी जरूर आएगी।

 
‘जिला परिषद, नगर परिषद और नगरपालिका का चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ेगी इनैलो’
अभय ने कहा कि जिला परिषद, नगर परिषद और नगरपालिका का चुनाव इनैलो अपने पार्टी सिंबल पर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा झूठ की दुकान है और झूठ की दुकान ज्यादा नहीं चलती, हुड्डा भाजपा से मिले हुए हैं। कांग्रेस के 31 विधायकों में 19 विधायक हुड्डा के साथ तो 12 विधायक खिलाफ भी हैं। कांग्रेस भाजपा से मिली हुई है इसका उदाहरण है कि न तो सरकार ऐलनाबाद उपचुनाव करवाना चाहती है और न ही कांग्रेस उपचुनाव करवाने के लिए आवाज उठा रही है। किसान आंदोलन पर मुख्यमंत्री द्वारा की गई टिप्पणी का जवाब देते हुए अभय ने कहा कि वह मुख्यमंत्री की किसी बात को महत्व नहीं देते, क्योंकि मुख्यमंत्री सिर्फ झूठ बोलते हैं। मुख्यमंत्री कहते हैं कि किसान आंदोलन में अब किसान नहीं बल्कि मु_ीभर लोग रह गए हैं, अगर ऐसा है तो मुख्यमंत्री उन्हें उठा क्यों नहीं देते हैं। दूसरा, मुख्यमंत्री एक बार इनके बीच जाने की हिम्मत करें तो यही लोग उन्हें अहसास दिलवा देंगे कि वो किसान हैं कि नहीं।


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News Editor

Vikash thakur

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