एम.बी.बी.एस में प्रवेश के लिए जी.एम.सी.एच.-32 में काऊंसिलिंग आज से

punjabkesari.in Thursday, Jan 27, 2022 - 10:00 PM (IST)

चंडीगढ़, (अर्चना सेठी): एम.बी.बी.एस. में प्रवेश के लिए शुक्रवार से जी.एम.सी.एच.-32 में काऊंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। 28 व 29 और 31 जनवरी को होने वाली काऊंसिलिंग से पहले ही मैडीकल कॉलेज प्रबंधन को चार मैडिकल स्टूडैंट्स के खिलाफ शिकायत मिली है, जिनमें दो पंजाब और एक-एक हिमाचल प्रदेश व महाराष्ट्र का स्टूडैंट शामिल हैं। इन स्टूडैंट्स ने अपने-अपने राज्यों के मैडीकल कॉलेज के साथ-साथ चंडीगढ़ के गवर्नमैंट मैडीकल कॉलेज में प्रवेश के लिए आवेदन किया है।
मैडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि शिकायतें मिली हैं, जिन्हें जांच समिति को भेज दिया गया है। प्रबंधन का यह भी कहना है कि काऊंसिलिंग से पहले आवेदनों की स्क्रूटनी का काम किया जाता है और बुधवार को भी सात से आठ बच्चों को अयोगय करार दिया गया है। ऐसा हर साल प्रवेश के समय होता है, मैडीकल स्टूडैंट्स एक सीट के लिए दो-दो जगह आवेदन कर देते हैं ताकि एक सीट पक्की हो जाए, लेकिन ऐसा करना नियमों के विरुद्ध है।


चार मैडिकल स्टूडैंट्स ने दो राज्यों के मैडिकल कालेज, को किए आवेदन
मैडीकल कॉलेज से मिली जानकारी के मुताबिक काऊंसिलिंग से पहले आयुषी कौशल, प्रशांत, हिमांशु शेखर और मानसवी सिंह के खिलाफ शिकायत मिली है। जीएमसीएच-32 के क्रम 62, 53, 87 और 88 से आवेदन करने वालों ने क्रमश हिमाचल प्रदेश व महाराष्ट्र और दो ने पंजाब के मैडीकल कॉलेज में प्रवेश के लिए भी आवेदन किया है। दूसरे राज्यों की वरियता सूची में इनका क्रम क्रमश 43, 1304, 573, 590 है। शिकायतकर्ता  ने इन मैडिकल स्टूडैंट्स को चंडीगढ़ की वरियता सूची से हटाने की बात कही है।

कैसे लेंगे होनहार मैडिकल स्टूडैंट आल इंडिया राउंड में प्रवेश
शिकायतकर्ता मैडिकल स्टूडैंट ने नाम ना लिखे जाने की शर्त पर बताया कि आमतौर पर चंडीगढ़ की काऊंसिलिंग आल इंडिया राउंड काऊंसिलिंग के बाद होती है, परंतु इस दफा आल इंडिया राउंड से पहले हो रही है। आल इंडिया राउंड पहले होने की वजह से चंडीगढ़ के होनहार बच्चों को आल इंडिया इंस्टीच्यूट ऑफ मैडिकल साइंस (एम्स) और अन्य बेहतर मैडीकल कॉलेजों में पढऩे का मौका मिल पाता है। जब आल इंडिया से पहले ही चंडीगढ़ में काऊंसलिंग हो जाएगी तो होनहार मैडिकल स्टूडैंट्स ही प्रवेश ले लेंगे। आल इंडिया में जाने की वजह से जिनका चंडीगढ़ में नंबर आ सकता था वह प्रवेश से वंचित रह जाएंगे। स्टूडैंट ने कहा कि नीट (नैशनल इलीजिबलिटी एंट्रैस टैस्ट) का परिणाम वैसे ही लगभग 9 माह देरी से घोषित हुआ है जिसकी वजह से एक साल का नुकसान हो गया है। जो काऊंसिलिंग सितम्बर में होनी चाहिए थी वह प्रक्रिया फरवरी शुरु होने तक भी पूरी नहीं हो सकेगी। दुख की बात है कि वर्ष 2021-22 में तो कोई डाक्टर ही नहीं निकल पाएगा। जब तक नया शैक्षणिक सत्र शुरू होगा तब तक दूसरा बैच भी शुरू हो जाएगा यानि दो बैच आपस में ओवरलैप करेंगे।

नीट के आल इंडिया राउंड पर स्टे
नीट परीक्षा (नीट यूजी 2021) के परिणाम देरी से घोषित होने के बाद जहां आल इंडिया राउंड पहले ही देर से शुरू हो रहा था, वहां अब उस पर स्टे लग गया है। जी.एम.सी.एच.-32 के डाक्टर्स का कहना है कि आल इंडिया काऊंसिलिंग राउंड पर स्टे के बाद अब उसकी काऊंसिलिंग चंडीगढ़ के बाद ही हो सकेगी। आल इंडिया काऊंसिलिंग का एक राउंड हो चुका था और उसकी लिस्ट स्टे की वजह से हटा दी गई है।

जांच के बाद ही लिया जाता है फैसला
हमें जो भी शिकायत मिली है, उसकी जांच की जाएगी। स्क्रूटनी कमेटी काऊंसिलिंग से पहले आवेदनों की जांच करती है, जिसमें बच्चों के अंक, रैंक और सर्टिफिकेट्स जांचे जाते हैं। उसी कमेटी को यह शिकायत भी सौंप दी गई है। शिकायत सही होगी तो नियम के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। शिकायत सही नहीं पाई गई तो काऊंसिलिंग प्रक्रिया नियमित तौर पर चलेगी। ऐसी शिकायतें पहले भी मैडीकल कॉलेज को मिलती रही हैं और जांच के बाद ही फैसले लिए जाते रहे हैं।
डा. जसबिंदर कौर, डायरैक्टर प्रिंसीपल, जीएमसीएच-32


 


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News Editor

Ajesh K Dharwal

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