अब रैजीडैंशियल प्रॉपर्टी के लिए ऑनलाइन भी होगी पेमैंट
punjabkesari.in Monday, Sep 09, 2019 - 11:43 AM (IST)
चंडीगढ़(राजिंद्र) : चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड द्वारा सप्ताह के अंदर रैजीडैंशियल प्रॉपर्टी की भी सभी सर्विसेज के लिए ऑनलाइन पेमैंट की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए बोर्ड ने तैयारी पूरी कर ली है और सैक्टर-63 से इसकी शुरुआत की जाएगी। इसके बाद एक माह के अंदर अन्य सैक्टरों को भी इस सर्विस के साथ जोड़ दिया जाएगा।
बोर्ड द्वारा पैनल्टी, किश्तें, ग्राउंड रैंट, फीस, अर्नेस्ट मनी, रजिस्ट्रेशन मनी, पजैशन अमाउंट और अन्य सर्विसेज के लिए पेमैंट करना आसान बनाया जा रहा है। कर्मिशयल प्रॉपर्टी के लिए ऑनलाइन पेमैंट की सुविधा पहले ही शुरू की जा चुकी है और अब रैजीडैंशियल के लिए भी बोर्ड ने काम पूरा कर लिया है।
इसके लिए बोर्ड ने एच.डी.एफ.सी. की अपने प्रमुख बैंक के तौर पर नियुक्ति की है। कर्मिशयल प्रॉपर्टी के लिए पिछले रविवार को एच.डी.एफ.सी. बैंक के साथ ऑनलाइन पेमैंट की सुविधा शुरू कर दी गई थी। इससे पहले बोर्ड द्वारा एक्सिस बैंक के साथ सभी सर्विसेज के लिए पेमेंट की सुविधा दी जाती थी।
ऑनलाइन ही रिकार्ड कर सकेंगे चैक :
इस सुविधा के साथ अलॉटी ऑनलाइन अपना पूरा रिकार्ड चैक कर सकेंगे। अलॉटी कितना रैंट जमा करवा चुके हैं और कितना बकाया है। इस संबंधी पूरी जानकारी वह ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे। अभी फिलहाल बोर्ड से इस बारे में जानकारी लेनी पड़ती थी। ऑनलाइन होने से बोर्ड के पास भी रिकार्ड मेंटेन रह सकेगा।
अभी बोर्ड ने हाल ही में लोगों को ग्राऊंड रैंट जमा करवाने के लिए नोटिस जारी किए थे। इनमें उन लोगों को भी नोटिस जारी कर दिए गए थे, जो पहले ही अपना रैंट जमा करवा चुके हैं, लेकिन ऑनलाइन होने से अब बोर्ड को इस परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। शहर में सी.एच.बी. के 60 हजार के करीब फ्लैट्स हैं और 1100 के करीब कर्मिशयल प्रॉपर्टी हैं। इसके लिए बोर्ड द्वारा दुकान नंबर या फिर मकान नंबर उसका यूजर आईडी तय किया जा रहा है, जबकि मोबाइल नंबर को पॉसवर्ड बनाया जा रहा है।
करोड़ों की रिकवरी बाकी :
बोर्ड द्वारा स्मॉल फ्लैट्स स्कीम के तहत अकेले मासिक रैंट की ही 20 करोड़ रुपए रिकवरी करनी बाकी है, जिसके लिए वह हर संभव प्रयास कर रहा है। इसके अलावा ग्राउंड रैंट की भी केवल कुछ सैक्टरों की ही 10 करोड़ रुपए रिकवरी बनती है, जिसकी हाल ही में बोर्ड की तरफ से लिस्ट जारी की गई थी। अलॉटियों को नोटिस भेजकर रैंट जमा करवाने या फिर रिकार्ड अपडेट करवाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि सही अमाउंट का पता चल सकें।