मंडी शिट करने के फैसले पर विचार करे प्रशासन
punjabkesari.in Wednesday, May 13, 2020 - 11:11 AM (IST)
चंडीगढ़ (राय/राजिंद्र): सब्जी मंडी को अस्थाई तौर पर सैक्टर- 77 के लोकल बस अड्डे में शिफ्ट कर दिया गया है लेकिन बस स्टैंड से सटे सैक्टर के निवासी इस पर सवाल उठा रहे हैं। मंगलवार को जैसे ही मंडी खुलने से पहले एक संदिग्ध कोरोना मरीज होने की सूचना मिली तो आसपास के सैक्टरों में रहने वालों की चिंता बढ़ गई।
ब्राइट रैजीडैंट वैल्फेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीप सिंह गिल ने कहा कि इससे आसपास के सैक्टरों 21, 22, 23, 16 और सैक्टर-8 के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती हैं। प्रशासन का ये फैसला समझ से परे है। उन्होंने कहा कि मंडी को कलाग्राम से लेकर सैक्टर-43 बस अडूडे के समीप या फिर 39 मंडी में शिफ्ट में किया जा सकता था। वहीं, सैक्टर-6 निवासी और पेशे से वकौल ऋषि करण कक्कड़ ने कड़ा ऐतराज जताया है।
पहला दिन सैटल होने में ही लग गया
मंडी की पांच सदस्यीय कमेटी के सदस्य बृज मोहन ने बताया कि मंडी में ऐसे मामलों को लेकर ध्यान देने की जरूरत है और वह इसमें पूरी तरह से प्रशासन के साथ हैं। बृजमोहन ने बताया कि पहले दिन तो उन्हें सामान सैटल करने में ही लग गया और यहां कैसा काम चलेगा, ये जानने में थोड़ा समय लग जाएगा। उन्होंने कहा कि निगम कमिश्नर और कमेटी एडमिनिस्ट्रैटर को उन्होंने कुछ मांगों से अवगत करवाया है, जिन्हें शीघ्र हल करने का उन्होंने आश्वासन दिया है।
उन्होंने बताया कि एक तो बसों के साथ ही वैंडरों को भी एंट्री दी जानी चाहिए, योंकि एंट्री न मिलने के चलते काफी टाइम उनका काम रुका रहता है, जिसके चलते उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा सभी वैंडरों को मंडी में काम करने की परमिशन देनी चाहिए, जबकि प्रशासन ने परमिशन सिर्फ रजिस्टर्ड वैंडर्स को ही दी है। उन्होंने आढ़तियों के मंडी के नजदीक पार्किंग की व्यवस्था करने व वैंडरों के खाने के लिए किचन आदि की भी व्यवस्था करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि किचन के लिए जगह तो दी गई है, लेकिन उस पर कोई शैड आदि नहीं है।