प्रशासन ने 40 इलैक्ट्रिक बसों के लिए खोले टैंडर, दो कंपनियों ने लगाई बिड

punjabkesari.in Tuesday, Oct 15, 2019 - 01:19 PM (IST)

चंडीगढ़ (साजन): शहर में 40 इलैक्ट्रिक बसों को चलाने की पूरी तैयारी की जा चुकी है। सब कुछ सही रहा तो अगले 6 महीनों में शहर की सड़कों पर इलैक्ट्रिक बसें दौडऩे लगेंगी। उम्मीद है कि इससे सी.टी.यू. की बसों द्वारा शहर में फैलाए जा रहे प्रदूषण पर भी लगाम लगेगी। इनमें से एक के साथ चंडीगढ़ प्रशासन कांट्रैक्ट फाइनल करेगा।  

 

इलैक्ट्रिक बसों को लेकर सोमवार को दो कंपनियों की ओर से बिड डाली गई। डायरैक्टर ट्रांसपोर्ट उमाशंकर गुप्ता ने जानकारी दी कि प्रशासन की ओर से सोमवार को ओपन की गई बिड में दो कंपनियां सामने आई हैं। इनमें से एक हरियाणा कोल्ड रिट्रीट और दूसरी रॉव ट्रांसपोर्ट के नाम से है। हालांकि अभी कंपनियों की ओर से केवल रेट दिए गए हैं। इन्हें देखने के बाद ही असल कांट्रैक्ट तय किया जाएगा। 

 

जानकारी के अनुसार टैंडर जिस कंपनी को अलॉट होगा उसे दो तरह की बसें देनी होगी। इसमें इलैक्ट्रा और आशोक लेलैंड कंपनी की बसें शामिल हैं। उमाशंकर गुप्ता के मुताबिक टैंडर ओपन होने के 6 माह में बसें चंडीगढ़ आ जाएंगी। प्रशासन इन सभी बसों को सिर्फ लोकल रूट पर यानी चंडीगढ़ में ही चलाया जाएगा। बाहर के रूट पर कोई बस नहीं भेजी जाएगी।  


 

शहर की सड़कों पर जल्द दौड़ेंगी इलैक्ट्रिक बसें
डायरैक्टर ट्रांसपोर्ट उमाशंकर ने बताया कि इलैक्ट्रिक बसों को लेकर पहले ही ट्रायल हो चुका है। इस ट्रायल के तहत एक बस की बैटरी फुल चार्ज होने के बाद करीब 220 किलोमीटर का एरिया कवर करती है, जो चंडीगढ़ या इसके आसपास के इलाके के लिए बिल्कुल पर्याप्त है। इलैक्ट्रिक बसों का ट्रायल करने के बाद ही बसों को चलाने को लेकर कंपनियों से बिड मांगी गई थी। इसमें 2 कंपनियों ने चंडीगढ़ प्रशासन के इस कदम के साथ मिलकर कदम बढ़ाया है। 

 

हालांकि पहले सिर्फ 20 बसें इस तरह की खरीदे जाने को लेकर प्रोपोजल बनाया गया था। इसके लिए गवर्नमैंट ऑफ इंडिया से फंड्स की डिमांड की गई थी, लेकिन वहां से राशि नहीं मिल पाई थी जिसके बाद अपने स्तर पर ही इलैक्ट्रिक बसें खरीदने की प्लानिंग की गई। हालांकि बाद में यू.टी. प्रशासन के ट्रांसपोर्ट महकमे की ओर से इसको लेकर रिमाइंडर भी भेजा गया और दो बार प्रोपोजल भी सबमिट किए गए। हर बार केंद्र सरकार की तरफ से इस प्रोजैक्ट के लिए फंड्स जारी नहीं किए गए।


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pooja verma

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