1200 स्टूडैंट्स एडमिशन से वंचित, 42 प्रतिशत वाले को एडमिशन, 45 प्रतिशत वाला खाली हाथ

punjabkesari.in Tuesday, Aug 20, 2019 - 11:53 AM (IST)

चंडीगढ़ (वैभव): सैंट्रल बोर्ड सीनियर एजुकेशन (सी.बी.एस.ई.) द्वारा 10वीं के रिजल्ट घोषित किए हुए 6 माह होने को आए है। लेकिन अभी तक बच्चों को 11वीं क्लास में एडमिशन नहीं मिला है। सोमवार को दाखिला न मिलने पर बड़ी संख्या में स्टूडैंट्स का गुस्सा फूटा। 

 

स्टूडैंट्स ने कहा कि शिक्षा विभाग उनका भविष्य तबाह करने पर तुला हुआ है। उनका रिजल्ट आए बहुत समय बीत गया है और अभी तक हमें ऐसी भी उम्मीद नहीं दिख रही कि हमें दाखिला मिलेगा भी या नहीं। 

 

अगर विभाग को एडमिशन नहीं देना था तो फिर उन्होंने हमें पास ही क्यों किया और जब पास किया है तो फिर दाखिला भी दे। अभिभाकों ने बताया कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से संपर्क साधने की कोशिश की और हर बार उन्हें बिना मिले ही जाना पड़ता था। बच्चों के भविष्य से बढ़ कर उनके लिए कुछ नहीं है।

 

42 प्रतिशत वाले को एडमिशन, 45 प्रतिशत वाला खाली हाथ
स्टूडैंट अनुज ने बताया दोस्त और वह एक साथ 10वीं के एग्जाम दिए थे। उसके 45 प्रतिशत अंक आए हैं और दोस्त के 42 प्रतिशत। मेरे ज्यादा प्रतिशत नंबर होने के बावजूद दाखिला नहीं मिला और दोस्त को को मिल गया। 

 

अनुज ने शिक्षा विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह अकेले ऐसे स्टूडैंट नहीं है, बल्कि कई ऐसे स्टूडैंट्स और भी हैं जिनसे कम प्रतिशत हासिल करने वाले स्टूडैंट्स को दाखिला मिला है।

 

सलाहकार से मिले मेयर कालिया
दाखिला न मिलने को लेकर मेयर राजेश कालिया ने सलाहकार मनोज कुमार परिदा से मुलाकात की। उन्होंने परीदा से कहा कि सरकारी स्कूलों में गरीब बच्चे पढ़ते हैं और अगर उन्हें दाखिला न मिला तो उनका भविष्य खराब हो सकता है। 

 

इस विषय में वह उचित कदम उठाएं। प्रशासक के सलाहकार ने मेयर को आश्वासन देते हुए कहा कि वह पॉलिसी बना रहे हैं और किसी भी बच्चे का भविष्य खराब नहीं होने दिया जाएगा।

 

पुलिस बल रहा मौजूद
दाखिला न मिलने पर विरोध दर्ज कराने करीब 300 स्टूडैंट्स सुबह 11:30 बजे डी.ई.ओ. ऑफिस सैक्टर-19 के बाहर एकत्रित हुए। थाना सैक्टर-19 की पुलिस ने भी मोर्चा संभाला, लेकिन वहां ऐसी कोई भी हरकत नहीं हुई, जिससे पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़े। 

 

अभिभावकों और स्टूडैंट्स ने विरोध तो दर्ज करवाया, लेकिन ज्यादा हंगामा नहीं किया। डी.ई.ओ. ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे स्टूडैंट्स को जब यह पता चला कि वहां डी.ई.ओ. उपस्थित नहीं है तो वह अपना विरोध दर्ज करवाने के लिए सैक्टर-9 पहुंचे। 

 

सैक्टर-9 में पहले शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों की बैठक वहां चल रही थी जिसकी वजह से कोई भी अधिकारी फिलहाल उनसे नहीं मिल पाया। उसके बाद अभिभावकों का गुस्सा की हद पार हो गई और उन्होंने बच्चों को एडमिशन ना देने पर जोरदार प्रदर्शन की बात कही।


 


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pooja verma

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