धनास में 1.88 करोड़, डड्डूमाजरा में 1.15 करोड़ प्रति एकड़ मुआवजा देगा प्रशासन
punjabkesari.in Tuesday, Sep 17, 2019 - 02:42 PM (IST)
चंडीगढ़ (राजिंद्र): यू.टी. प्रशासक ने तोगां-सारंगपुर लिंक रोड बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण करने के लिए मुआवजा रेट अप्रूव कर दिए हैं, इसलिए अब प्रशासन द्वारा जल्द ही मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। भूमि अधिग्रहण विभाग प्रशासक से अप्रूवल की वेट कर रहा था। प्रशासन द्वारा जमीन मालिकों को धनास में 1.88 करोड़ व डड्डूमाजरा में 1.15 क रोड़ प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाएगा।
इसके लिए धनास और डड्डूमाजरा में प्रशासन ने 18 एकड़ भूमि एक्वायर करनी है, जिसमें 110 परिवारों की जमीन आ रही है। यह नई रोड मोहाली के तोगां गांव से चंडीगढ़ के सारंगपुर गांव तक बनेगी जो आगे दो किलोमीटर तक न्यू चंडीगढ़ को साथ जोड़ेगी।
अब फाइनैंस डिपार्टमैंट की हरी झंडी का है इंतजार
इस संबंध में भूमि अधिग्रहण अधिकारी नाजुक कुमार ने बताया कि उन्होंने हाल ही में यू.टी. प्रशासक को मुआवजा रेट की फाइल अप्रूवल के लिए भेजी थी और उन्हें इसे अप्रूव कर दिया है। अब फाइनैंस डिपार्टमैंट से हरी झंडी मिलते ही वह जल्द ही भूमि अधिग्रहण करने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे।
ब्याज और अन्य चार्जिज मिलाकर धनास का 5 करोड़ प्रति एकड़ और डड्डूमाजरा का मुआवजा 3 करोड़ रुपए प्रति एकड़ मुआवजा बनेगा। वहीं, गांव के प्रतिनिधियों का कहना है कि प्रशासन कम मुआवजा दे रहा है।
कनैक्टिविटी होगी बेहतर
प्रशासन बेहतर रोड कनैक्टिविटी के लिए ये नई रोड बनाने जा रहा है। यह रोड पी.आर.-4 के नाम से होगी, जोकि मोहाली के गांव तोगां से शुरू होगी, जोकि मार्बल मार्कीट धनास और नवनिर्मित चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के मकानों को क्रॉस करते हुए आगे गांव सारंगपुर और फिर न्यू चंडीगढ़ को मोहाली के साथ जोड़ेगी। इस रोड के बनने से न्यू चंडीगढ़ जाने वाले लोगों को काफी लाभ होगा।
इसके अलावा सदर्न सैक्टरों के रहने वाले लोगों को इससे फायदा होगा, क्योंकि वे पी.जी.आई. से जाने के बजाए इस रोड से सीधे न्यू चंडीगढ़ जा सकेंगे। इससे मोहाली के कुछ गांवों में रहने वाले लोगों को भी फायदा होगा, क्योंकि उन्हें शहर के अंदर से निकलने की जरूरत नहीं होगी। इस रोड से न्यू चंडीगढ़ और कुराली का सफर भी कम समय में पूरा होगा।
लोग अधिक मुआवजे की कर रहे मांग
चंडीगढ़ प्रशासन अभी फिलहाल कई कोर्ट में भूमि अधिग्रहण के मुआवजा को बढ़ाने के लिए लिटिगेशन में फंसा हुआ है। चंडीगढ़ के पेरीफेरी में 3082 एकड़ भूमि खाली पड़ी है। इसमें से 40 एकड़ भूमि सारंगपुर में एक्वायर की गई है, वहीं 56 एकड़ भूमि मनीमाजरा में एक्वायर की गई है। यही कारण है कि इस मामले में भी गांव के लोग मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
इस संंबंध में धनास के पूर्व सरपंच कुलजीत सिंह ने कहा कि प्रशासन उन्हें कम मुआवजा दे रहा है। उन्होंने कहा कि नियमों के मुताबिक 20 करोड़ रुपए के करीब मुआवजा बनता है, जो नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस रोड को बाईपास बताया जा रहा है, जबकि ये कनैक्टिविटी रोड है और उसके तहत भूमि अधिग्रहण करने पर अधिक मुआवजा बनता है।