फ्लिपकार्ट के बाद अब फोनपे भी बनेगी अलग कंपनी, वालमार्ट करेगी 100 करोड़ डॉलर का निवेश
punjabkesari.in Wednesday, Jul 10, 2019 - 03:31 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी वालमार्ट ने फैसला किया है कि वो फ्लिपकार्ट के बाद अब फोनपे को भी एक अलग कंपनी बनाएगी। फिलहाल फोनपे, फ्लिपकार्ट की सहयोगी कंपनी के तौर पर परिचालन कर रही है। इसकी मार्केट वैल्यूएशन 6.85 अरब रुपए है।
100 करोड़ डॉलर का करेगी निवेश
वालमार्ट जल्द ही फोनपे में 100 करोड़ डॉलर (68.58 करोड़ रुपए) का निवेश करेगी। यह निवेश बाहरी निवेशकों द्वारा किया जाएगा, जिसके लिए बातचीत की प्रक्रिया जारी है। उम्मीद है कि यह अगले कुछ महीनों में पूरा हो जाएगा। हालांकि नई कंपनी में भी फ्लिपकार्ट की हिस्सेदारी रहेगी।
2015 में शुरू हुई थी कंपनी
फोनपे की शुरुआत तीन दोस्तों ने एक स्टार्टअप के तौर पर दिसंबर 2015 में की थी। एक साल बाद ही फ्लिपकार्ट के संस्थापक बिन्नी और सचिन बंसल ने इसको खरीद लिया, ताकि लोग आसानी से ऑनलाइन सामान खरीद सकें।
नोटबंदी से मिला फायदा
आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी होने के बाद पेटीएम और फोनपे को सबसे ज्यादा फायदा मिला। फोनपे के जून तक 29 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए थे, जिनकी कुल वैल्यू 58.28 अरब रुपए थी। फिलहाल कंपनी फंड ट्रांसफर और पेमेंट के अलावा म्यूचुअल फंड, मूवी टिकट बुकिंग और हवाई जहाज का टिकट बुक करने की भी सुविधा दे रही है।
20 अरब रुपए का किया निवेश
वालमार्ट ने फोनपे में 20 अरब रुपए का निवेश किया था। महीनों की बातचीत के बाद कंपनी ने अब फोनपे को एक अलग कंपनी बनाने का निर्णय किया है।
2023 तक एक ट्रिलियन डॉलर के पार
डिजिटल पेमेंट इंडस्ट्री 2023 तक एक ट्रिलियन डॉलर के पार चली जाएगी। क्रेडिट सुइस का अनुमान है कि फोनपे के अलावा पेटीएम, गूगलपे, अमेजन पे और जल्द शुरू होने वाली व्हाट्सएप की पेमेंट सेवा से ग्राहकों को काफी फायदा मिलेगा। सभी कंपनियां फिलहाल यूपीआई का इस्तेमाल कर रही हैं, जिससे 140 बैंकों और डिजिटल पेमेंट कंपनियों को काफी फायदा हो रहा है।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
मैड़ी मेले में आए अमृतसर के श्रद्धालु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, पुलिस जांच में जुटी
शिकारी माता मंदिर जा रहे 6 लोग के साथ हादसा, मंडी-जंजैहली सड़क मार्ग पर खाई में गिरी कार
Lok Sabha Election 2024: अमेठी और रायबरेली सीट पर कांग्रेस ने नहीं खोले पत्ते, सीईसी की बैठक में नहीं हुई चर्चा
पंजाब की जेल में कई साल गुजारने वाले यू.पी. के खूंखार गैंगस्टर की मौत