सब्जियों की कीमतों में लगी आग, ग्राहकों के छूटे पसीने, टमाटर 100 के पार

punjabkesari.in Wednesday, Sep 23, 2020 - 01:43 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः सब्जियों की कीमतों में इस वक्त आग लगी हुई है। लोगों की थाली से आलू-टमाटर और प्याज सहित अन्य हरी सब्जियां गायब हो रही हैं। देश के कई शहरों में सदाबहार आलू अब 50 रुपए प्रति किलो के पार जाने को बेकरार है, वहीं प्याज भी अब कई जगहों पर पचासा पूरी कर चुका है यानी 50 रुपए किलो पहुंचकर प्याज अब आंसू निकालने लगा है। वहीं टमाटर के तेवर और तीखे हुए हैं।

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उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को देश में टमाटर की औसत खुदरा कीमत 50 रुपए थी, जबकि अधिकतम 120 और न्यूनतम 20 रुपए प्रति किलो। जहां तक आलू की बात करें तो देश में यह 25 से 60 रुपए किलो बिक रहा है, जबकि इसका औसत मूल्य 40 रुपए है। कई सरकारों की बलि लेने वाला प्याज अब ज्यादा उछलने लगा है। मंत्रालय के मुताबिक प्याज 18 से 60 रुपए किलो बिक रहा है।
देखें पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक पूरे हिन्दुस्तान में किस भाव पर बिक रहे आलू, टमाटर और प्याज... 

केंद्र  आलू  प्याज टमाटर
तुरा 50 40 120
इम्फाल 50 50 100
ईटानगर 50 50 80
श्रीनगर 50 40 70
लखनऊ 35 36 70
गुवाहाटी 35 38 70
पटना 36 35 63
दिल्ली 37 43 62
गुड़गांव 25 20 60
पंचकुला 35 32 60
सोलन 40 40 60

जम्मू

40 45 60
गोरखपुर 40 38 60
देहरादून 36 30 60

रांची

37 50 60
अहमदाबाद 38 38 58
मुंबई 42 49 56
इंदौर 27 20 55
भुवनेश्वर 34 45 55
शिमला 40 40 50
मेरठ 30 40 50
रायपुर 35 35 50
दुर्ग 40 40 50
जयपुर 35 35 50
कटक 33 45 50
नासिक 43 47 46
सूरत 29 45 42
नागपुर 37 28 42
चंडीगढ़ 30 30 40
पुणे 40 33 34
अधिकतम मूल्य 60 60 120
न्यूनतम मूल्य 25 18 20
मॉडल मूल्य 40 40 50

सरकार प्याज के रेट न बढ़ने पाए इसके लिए फौरी उपाय करते हुए सरकार ने प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। केंद्र सरकार के प्याज निर्यात पर पूरी तरह रोक लगाने को लेकर महाराष्ट्र में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। बावजूद इसके दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। जहां तक टमाटर की कीमतों में उछाल की बात है तो देश के दक्षिणी और पश्चिमी इलाकों में भारी बारिश से टमाटर की आपूर्ति प्रभावित हुई है। 

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बता दें देश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण धान, दलहन, तिलहन, मसाले, फलों और सब्जियों सहित विभिन्न खड़ी फसलों को प्रभावित किया है। शुक्रवार को यह जानकारी संसद को दी गई। रबी और खरीफ दोनों में प्याज को बोया जाता है। महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक में ये फसल मई और नवंबर तक तैयार हो जाती हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश, आंध्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बंगाल में ये फसल इसके आगे-पीछे तैयार होती है। इस साल दक्षिण भारत और महाराष्ट्र में टमाटर की फसल कम रहने की आशंका है। 

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jyoti choudhary

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