महामारी के एक साल बाद विश्व को इससे बाहर निकलने की उम्मीद

punjabkesari.in Wednesday, Mar 10, 2021 - 05:39 PM (IST)

वाशिंगटनः कोरोना वायरस महामारी का प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ा है और लगभग सभी देश इससे प्रभावित हुए लेकिन अब दुनिया इस महामारी से बाहर निकलने की ओर आगे बढ़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 11 मार्च, 2020 को कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया था। इसके बाद लाखों लोगों की मौत हुई, अर्थव्यवस्थाएं प्रभावित हुई और सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इस महामारी के एक साल बाद स्थिति सामान्य होने का सपना अब देखा जा रहा है और इसका श्रेय टीकों को भी जाता है। 

जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, पिछले साल 11 मार्च को कोविड-19 के मामलों की संख्या 1,25,000 थी और मौत के मामलों की संख्या पांच हजार से कुछ कम थी। आज तक इससे संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 11.7 करोड़ हैं और 26 लाख लोगों की मौत हुई। पिछले साल 11 मार्च को जब इसे महामारी घोषित किया गया तो इटली ने 10,000 मामलों की सूचना के बाद दुकानों और रेस्तरां को बंद कर दिया था। उस शाम, उस समय अमेरिका के राष्ट्रपति रहे डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित किया और यूरोप से यात्रा पर प्रतिबंध की घोषणा की। 

सोवतो के क्रिस हानी बैरागवानाथ अस्पताल में 59 वर्षीय एक नर्स मैगी सेडीदी ने इस महामारी से निपटने के लिए टीकाकरण को श्रेय दिया और उन्हें उम्मीद है कि एक या दो साल में जनजीवन सामान्य हो सकता है। दक्षिण अफ्रीका में 15 लाख से अधिक मामले सामने आये और 50 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई। महामारी के कारण दुनिया के कई स्थानों पर लोगों को कठिन समय का सामना करना पड़ा। नेपाल में माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई करने पहुंचे विदेशी पर्वतारोहियों को अपने अभियानों को रोकना पड़ा। दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक मोजाम्बिक में, सरकार ने काम गंवाने वालों को तीन महीने के लिए राहत राशि देने का वादा किया। 46 वर्षीय ऐलिस नहारे कहती हैं, ''लेकिन ये पैसा कभी नहीं मिला। मेरी मां ने हस्ताक्षर किए थे लेकिन पैसा कभी नहीं आया।'' 
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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