कोरोना संकट के बीच किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकालेगा सहारा समूह, दी पदोन्नति-वेतनवृद्धि
punjabkesari.in Tuesday, Jun 16, 2020 - 12:09 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः कोविड-19 महामारी और ‘लॉकडाउन’ से डगमगायी अर्थव्यवस्था के चलते बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए हैं। अभी भी तमाम छोटी-बड़ी कंपनियों में लोगों को नौकरी जाने का डर सता रहा है। इस बीच सहारा समूह ने सोमवार को कहा कि उसने मुश्किल हालात के बावजूद अपने किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकालेगा।
सहारा समूह द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के कारण कारोबार पर बुरा असर पड़ने के बावजूद उसने अपने किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला, बल्कि उसने उनमें से कई को पदोन्नति दी और तनख्वाह बढ़ाई है।
सहारा समूह ने कहा कि कोविड-19 (COVID-19) महामारी के कारण कारोबार पर काफी बुरा असर पड़ा है। इसके बाद भी समूह ने अपने किसी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला है। इसके उलट कई कर्मचारियों को पदोन्नति और वेतनवृद्धि दी गई है। समूह लॉकडाउन के दौरान अलग-अलग राज्यों से उत्तर प्रदेश लौटकर आए प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने की योजना भी बना रहा है। श्रमिकों को उनकी योग्यता के हिसाब से स्थानीय स्तर पर ही काम दिया जाएगा।
सहारा समूह ने हजारों कर्मचारियों को वेतन वृद्धि के साथ दिया प्रमोशन
समूह का यह भी कहना है कि लॉकडाउन की वजह से उसे गंभीर कारोबारी संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद कंपनी ने फील्ड में काम करने वाले अपने 4,05,874 कर्मियों को एक प्रमोशन दिया है। इसके अलावा कार्यालयों में काम करने वाले 4,808 कर्मचारियों को वेतन वृद्धि के साथ प्रमोशन भी दिया गया है। बता दें कि सहारा समूह की विभिन्न कंपनियों में 14 लाख कर्मचारी काम करते हैं।
समूह ने सभी कंपनियों से कर्मचारियों का ख्याल रखने का आग्रह किया
सहारा समूह ने सभी छोटे-बड़े औद्योगिक संगठनों से आग्रह किया है कि वे इस मुश्किल वक्त में अपने हर कर्मचारी की रोजी-रोटी का ख्याल रखें। इसके पहले सहारा प्रमुख सुब्रत राय ने समूह के सभी कर्मचारियों, ग्राहकों और निवेशकों को वैश्विक महामारी कोविड-19 के समय अपने पूरे समर्थन का आश्वासन दिया था. साथ ही हर किसी से पूरे देश में लागू लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने की हिदायत भी दी थी।